लुधियाना। पंजाब के लुधियाना में ग्यासपुरा इलाके की 33 फुटा रोड पर स्थित रिहायशी क्षेत्र में रविवार को जहरीली गैसी की चपेट में आने से दो बच्चों समेत 11 लोगों की मौत हो गई, जबकि 12 लोगों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। वहीं इनमें से आठ लोगों को इलाज के बाद छुट्टी दे […]
लुधियाना। पंजाब के लुधियाना में ग्यासपुरा इलाके की 33 फुटा रोड पर स्थित रिहायशी क्षेत्र में रविवार को जहरीली गैसी की चपेट में आने से दो बच्चों समेत 11 लोगों की मौत हो गई, जबकि 12 लोगों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। वहीं इनमें से आठ लोगों को इलाज के बाद छुट्टी दे दी गई है। बताया जा रहा है कि देर शाम तक इलाके में गैस का रिसाव जारी रहा था। अब इसी दौरान गैस लीक के गवाह बने लोगों ने सच्चाई बताना शुरू कर दिया है। इन्हीं में से एक मुन्नी लाल जो घटनास्थल से कुछ ही दूरी में ढाबा चलाते है जानिए उन्होंने क्या कहा –
घटना पर लुधियाना के ग्यासपुरा में गैस रिसाव से चंद कदम की दूरी पर ढाबा चलाने वाले मुन्नी लाल ने रविवार सुबह के दर्दनाक मंजर को बयान किया। मुन्नी लाल ने बताया कि सुबह करीब 7 बजे अचानक से अजीब सी दुर्गंध आने लगी और धीरे-धीरे दम घुटने लगा। इस दौरान जब वो ढाबे से निकलकर सड़क पर आए तो पता चला कि दूध वाले बूथ के पास कोई गैस लीक हुई है। जब वहां गए तो देखा कि काफी ज्यादा हल्ला मचा हुआ था और कुछ लोग जमीन पर बेसुध पड़े हुए थे। दुर्गंध इतनी तेज थी कि जो भी बूथ की तरफ गया वो बेसुध होकर गिर गया।
इस दौरान सभी लोग अपनी जान बचाने के लिए इधर-उधर भागन लगे। घटना के करीब एक घंटे बाद पुलिस ने आकर इलाके को सील किया और राहत कार्य शुरु किया। पुलिस ने जब अंदर से शवों को बाहर निकाला, तब हम लोगों को अहसास हुआ कि ये हादसा काफी ज्यादा बड़ा है। लाशों को देखकर हम लोगों के होश उड़ गए थे। आमतौर पर इन सड़क पर सुबह के समय काफी ज्यादा भीड़ रहती है। लेकिन इस घटना के बाद पूरे रोड़ पर सन्नाटा हो गया था। ये तो अच्छा था कि रविवार का दिन होने के चलते स्कूल के बच्चों समेत लोगों की छुट्टी थी नहीं तो कोई बड़ा हादसा भी हो सकता था।
बता दें, इस घटना में अभी तक दो बच्चों समेत 11 लोगों की मौत हो चुकी है । जबकि कुछ लोग अभी भी अस्पताल में भर्ती है। इसके अलावा प्रशासन द्वारा 300 मीटर का सारा इलाका सील कर दिया गया है। मौके पर पहुंची एनडीआरएफ की टीम बचाव कार्य और गैस रिसाव के कारणों की जांच में जुटी हुई है। शुरुआती जांच में पता चल रहा है। सीवरेज के अंदर किसी तरह का केमिकल डाला गया है, जिससे ये गैस उत्पन्न हुई होगी। एनडीआरएफ द्वारा सीवर से कुछ सैंपल लिए गए है। इसके अलावा हादसे की मजिस्ट्रियल जांच के आदेश भी दे दिए गए है। वहीं पंजाब सरकार ने मृतकों के परिवारों को दो लाख और घायलों को 50 हजार रुपए देने का ऐलान किया है।