लखनऊ। 15 अप्रैल को माफिया अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ अहमद की गोली मारकर हत्या कर दी गई। इस हत्या को तीन आरोपियों ने अंजाम दिया और फिर खुद को सरेंडर कर दिया। अब इन पर भी जान का खतरा बना हुआ है। जिसके कारण यूपी पुलिस ने इनको प्रयागराज के नैनी जेल से […]
लखनऊ। 15 अप्रैल को माफिया अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ अहमद की गोली मारकर हत्या कर दी गई। इस हत्या को तीन आरोपियों ने अंजाम दिया और फिर खुद को सरेंडर कर दिया। अब इन पर भी जान का खतरा बना हुआ है। जिसके कारण यूपी पुलिस ने इनको प्रयागराज के नैनी जेल से प्रतापगढ़ के लिए शिफ्ट कर दिया है।
बता दें कि अतीक और अशरफ के हत्या को तीन आरोपियों ने अंजाम दिया है। पहला मुख्य आरोपी लवलेश तिवारी, बांदा का रहने वाला है। वहीं दूसरा आरोपी सनी कासगंज से रहने वाला है, जबकि तीसरा आरोपी अरुण मौर्या हमीरपुर का रहने वाला है। मीडिया और पुलिस के सामने मर्डर करने के बाद तीनों खुद को सरेंडर कर दिया।
डबल हत्याकांड को लेकर यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ की सुरक्षा बढ़ाई जा सकती है। योगी कर्नाटक में होने वाले विधानसभा चुनाव में बीजेपी के स्टार प्रचारकों की लिस्ट में भी शामिल हैं, ऐसे में इनके सुरक्षाबलों के दस्तों में बढ़ोतरी की जा सकती है। सीएम योगी आदित्यनाथ के पास अभी जेड प्लस सुरक्षा है और ये कर्नाटक में होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए बीजेपी के स्टार प्रचारकों में शामिल है। ऐसे में इनकी सुरक्षा दस्तों में वृद्धि की जा सकती है।
पूर्व आईपीएस अधिकारी अमिताभ ठाकुर ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की है। इस याचिका में अतीक-अशरफ हत्याकांड की सीबीआई जांच की मांग की गई है। इस याचिका में कहा गया है कि, भले ही अतीक-अशरफ बहुत बड़े अपराधी हों लेकिन उनकी जिस तरह से हत्या की गई, उससे इसके राज्य पोषित होने की पर्याप्त संभावना दिख रही है। वहीं जैसी इस हत्या की पृष्ठभूमि है, इस घटना के राज्य पोषित होने की संभावना बढ़ जाती है।