नई दिल्ली। Land For job Scam मामले में लालू यादव, राबड़ी देवी और मीसा भारती समेत अन्य सभी आरोपियों को जमानत दे दी गई है। कोर्ट ने लालू यादव समेत सभी आरोपियों को 50 हजार के निजी मुचलके पर जमानत दी है। मामले को लेकर अगली सुनवाई 29 मार्च को होगी। इससे पहले आज सुबह […]
नई दिल्ली। Land For job Scam मामले में लालू यादव, राबड़ी देवी और मीसा भारती समेत अन्य सभी आरोपियों को जमानत दे दी गई है। कोर्ट ने लालू यादव समेत सभी आरोपियों को 50 हजार के निजी मुचलके पर जमानत दी है। मामले को लेकर अगली सुनवाई 29 मार्च को होगी।
इससे पहले आज सुबह दिल्ली की राउज एवेन्यू कोर्ट में लालू यादव, राबड़ी देवी और मीसा भारती समेत सभी 16 आरोपियों को कोर्ट के सामने पेश किया गया था। कोर्ट ने सीबीआई की चार्जशीट पर संज्ञान लेते हुए इन सभी को समन जारी कर पेश होने का आदेश दिया था। आरोप है कि लालू यादव ने रेल मंत्री रहते हुए रेलवे में लोगों को नौकरी देने के बदले उनकी जमीन ली थी। इस मामले में सीबीआई ने पिछले साल 18 मई को केस दर्ज किया था।
बता दें, सीबीआई ने जिन लोगों के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की है उनमें लालू यादव, राबड़ी देवी, मीसा भारती, राज कुमार सिंह, मिथलेश कुमार, अजय कुमार, संजय कुमार, धर्मेंद्र कुमार, विजय कुमार, अभिषेक कुमार, रविंद्र राय, किरण देवी, अखिलेश्वर सिंह, रामाशीष सिंह, कमल दीप मनरई, सौम्या राघवन का नाम शामिल है।
सीबीआई ने 18 मई 2022 को लैंड फॉर जॉब स्कैम मामले में केस दर्ज कर मामले की जांच शुरू हुई थी। जिसके बाद अक्टूबर में सीबीआई ने आरोपियों के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की थी। वहीं सीबीआई ने 6 मार्च को पटना में राबड़ी देवी से और अगले ही दिन यानी 7 मार्च को दिल्ली में मीसा भारती के आवास पर लालू यादव से पूछताछ की थी।
इसके बाद 10 मार्च को ईडी ने दिल्ली, बिहार, यूपी में करीब 15 ठिकानों पर छापेमारी की थी। यह छापेमारी लालू यादव, उनके बेटे तेजस्वी यादव, बेटी मीसा, चंदा और हेमा और लालू के रिश्तेदारों के यहां हुई थी। ईडी सूत्रों ने दावा किया था कि इन छापेमारी में 53 लाख रुपए कैश, 1900 अमेरिकी डॉलर, लगभग 540 ग्राम सोना और 1.5 किलोग्राम सोने के आभूषण जब्त किए गए थे।
रेलवे में कथित रूप से नौकरी के बदले जमीन मांगने से जुड़े इस घोटाले को IRCTC घोटाला भी कहा जाता है। 2004 से 2009 के बीच लालू प्रसाद यादव यूपीए सरकार में रेल मंत्री थे। जिसमें उनके ऊपर नौकरी लगवाने के बदले आवेदकों से जमीन और प्लॉट लेने के आरोप लगे थे। जिसके बाद मामले में सीबीआई की तरफ से दर्ज एफआईआर में लालू यादव, राबड़ी यादव और उनकी बेटियों मीसा भारती और हेमा यादव का नाम भी आया था।