नई दिल्ली। देश को नया कानून मंत्री (Law minister) मिल चुका है। बता दें, किरेन रिजिजू से कानून मंत्रालय (Law minister) छीन लिया गया है। अब अर्जुन राम मेघवाल को देश का नया कानून मंत्री बनाया गया है। ऐसे में जानिए कौन है अर्जुन राम मेघवाल- बीकानेर से सांसद है अर्जुन मेघवाल हमेशा से सादा […]
नई दिल्ली। देश को नया कानून मंत्री (Law minister) मिल चुका है। बता दें, किरेन रिजिजू से कानून मंत्रालय (Law minister) छीन लिया गया है। अब अर्जुन राम मेघवाल को देश का नया कानून मंत्री बनाया गया है। ऐसे में जानिए कौन है अर्जुन राम मेघवाल-
हमेशा से सादा जीवन जीने वाले मेघवाल इस समय बीकानेर लोकसभा क्षेत्र से सांसद है। अर्जुन राम मेघवाल का जन्म 7 दिसंबर 1954 में हुआ। उनके राजनीतिक जीवन की शुरुआत साल 2009 में हुई थी। मेघवाल पहली बार भाजपा के टिकट से बीकानेर लोकसभा से चुनाव लड़े थे, और उन्हें जीत हासिल हुई थी। इसके बाद साल 2014 के लोकसभा चुनाव में दूसरी बार सांसद निर्वाचित हुए। मेघवाल केंद्र सरकार में वित्त और कंपनी मामले में राज्य मंत्री संसदीय कार्य मंत्री, जल संसाधन, नदी विकास और गंगा संरक्षण राज्य मंत्री रह चुके है। साल 2019 के लोकसभा चुनाव में बीकानेर से लगातार तीसरी बार सांसद निर्वाचित हुए।
बता दें, अर्जुन मेघवाल को साइकिल का चलाने का काफी ज्यादा शौक है। ये ही कारण रहा कि जब वह पहली बार केंद्रीय मंत्री बने तो शपथ ग्रहण में आने के लिए उन्हें कार दी गई थी, लेकिन उसके बाद भी राष्ट्रपति भवन तक आने के लिए उन्होंने साइकिल का इस्तेमाल किया था। इसके अलावा मेघवाल आईएएस अधिकारी वह रह चुके है। जिसके कारण उन्हें सरकारी कामकाज की अच्छी समझ है। इसके अलावा वह वित्त मंत्रालय के राज्य मंत्री के रूप में कार्यरत रह चुके है। मेघवाल को प्रधानमंत्री मोदी का खास भी माना जाता है।
बीकानेर के किसमिदेसार गांव के एक बुनकर परिवार में जन्मे मेघवाल की शादी 13 साल की उम्र में हो गई थी। पिता के साथ बुनकर के रूप में काम शुरु करने के बाद उन्होंने पढ़ाई जारी रखी। इसक बाद बीकानेर के श्री डुंगर कॉलेज से उन्होंने बीए की डिग्री पाई और उसी संस्थान से वकालत की स्नातक डिग्री एलएलबी और स्नातकोत्तर डिग्री भी हासिल की।
कॉलेज के समय ही मेघवाल ने प्रतियोगिता परीक्षा की तैयारी शुरु कर दी थी। उन्हें भारत डाक एवं तार विभाग में टेलीफोन ऑपरेटर का पद मिला था। इसी दौरान मेघवाल ने टेलीफोन ट्रैफिक एसोसिएशन का चुनाव लड़ा और महासचिव चुने गए। इसके बाद मेघवाल ने दूसरे प्रयास में राजस्थान राज्य प्रशासनिक सेवा की परीक्षा पास कर ली, और आगे जाकर भारतीय प्रशासनिक सेवा के अधिकारी के रूप में उन्हें प्रोन्नति मिली और राजस्थान के चुरू के जिलाधिकारी बने। इसके अलावा मेघवाल ही वो व्यक्ति जिन्होंने राजस्थान के बीकानेर में रॉबर्ट वाड्रा के कथित अवैध भूमि सौदे को सामने लाए थे। जिसके बाद वह राष्ट्रीय स्तर पर चर्चा में आ गए थे।