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आईआईएम रोहतक रिपोर्ट से जानिए Mann ki Baat से जुड़ी 10 खास बातें

नई दिल्ली, Inkhabar। पीएम नरेंद्र मोदी ने आज मन की बात का 100वां एपिसोड का लाइव प्रसारण किया। इस दौरान पीएम ने 100वें एपिसोड के लिए देशवासियों को बधाई दी है। उन्होंने कहा कि एपिसोड से पहले मुझे बड़ी संख्या में पत्र मिले थे, जिनको पढ़कर में काफी ज्यादा भावुक हुआ, मन की बात अब एक […]

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आईआईएम रोहतक रिपोर्ट से जानिए Mann ki Baat से जुड़ी 10 खास बातें
  • April 30, 2023 4:54 pm Asia/KolkataIST, Updated 2 years ago

नई दिल्ली, Inkhabar। पीएम नरेंद्र मोदी ने आज मन की बात का 100वां एपिसोड का लाइव प्रसारण किया। इस दौरान पीएम ने 100वें एपिसोड के लिए देशवासियों को बधाई दी है। उन्होंने कहा कि एपिसोड से पहले मुझे बड़ी संख्या में पत्र मिले थे, जिनको पढ़कर में काफी ज्यादा भावुक हुआ, मन की बात अब एक पर्व बन गया है।

बता दें, इस कार्यक्रम को भारत समेत अमेरिका और ब्रिटेन के अलावा अन्य देशों में भी सुना गया है। इस दौरान लंदन के इंडिया हाउस में केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह और न्यू जर्सी से विदेश मंत्री एस. जयशकंर ने अमेरिका में रह रहे प्रवासी भारतीयों के साथ मन की बात को सुना। हाल ही में आईआईएम रोहतक से रिपोर्ट निकली है जिसमें मन की बात कार्यक्रम को लेकर कई बातें की गई है। आइए जानते है रिपोर्ट में जारी की गई 10 खास बातें  –

• सिर्फ भारत में मन की बात के 23 करोड़ नियमित सुनने वाले लोग है। इसके अलावा इस रेडियो कार्यक्रम के बारे में 96% से ज्यादा आबादी जानती है।

• प्रधानमंत्री का शक्तिशाली और निर्णायक नेतृत्व, दर्शकों के साथ उनका भावनात्मक तौर पर जुड़ाव इस कार्यक्रम की लोकप्रियता का कारण है।

• मन की बात लोगों के व्यवहार को काफी ज्यादा प्रभावित करता है। रिपोर्ट में दावा किया गया है कि मन की बात से करीब 60 प्रतिशत लोग राष्ट्र निर्माण में रुचि रखते हैं। इसके अलावा अधिकाश लोग इस कार्यक्रम के जरिए सरकार के कामकाज से अवगत होते है। इसके अलावा मन की बात कार्यक्रम के बाद 59 फीसदी लोगों का सरकार पर विश्वास बढ़ा है।

• रिपोर्ट में 23 करोड़ लोग नियमित रूप से मन की बात कार्यक्रम को सुनते है। जबकि 41 करोड़ लोग इस कार्यक्रम को नियमित सुनने की कोशिश करते हैं।

• मन की बात कार्यक्रम को जहां 44.7 प्रतिशत लोग टीवी पर वहीं 37.6 प्रतिशत लोग मोबाइल फोन के जरिए इस कार्यक्रम को सुनते हैं।

 मन की बात को अधिकतर लोग सुनने के बजाय देखना पंसद करते है। रिपोर्ट में दावा किया गया है कि 19 से 34 वर्ष के बीच के 62 प्रतिशत लोग इसे टीवी पर देखना पंसद करते हैं।

• मन की बात के करीब 65 प्रतिशत श्रोता हिंदी भाषा में सुनते है। इसके अलावा 32 फीसदी लोग अन्य भाषा में इस कार्यक्रम को सुनते है। जबकि अंग्रेजी श्रोताओं का प्रतिशत 18 प्रतिशत है।

• मन की बात कार्यक्रम का प्रसारण 22 भारतीय भाषाओं के अलावा 11 विदेशी भाषाओं में भी किया जाता है।

• आकाशवाणी के 500 से अधिक प्रसारण केंद्रों द्वारा मन की बात का प्रसारण किया जा रहा है।

• बता दें, इस अध्ययन के लिए 10,003 सैपल साइज रखा गया है। जिसमें से 60% पुरुष थे, जबकि 40% महिलाएं थीं। यह आबादी 68 व्यावसायिक क्षेत्रों में फैली हुई थी, जिसमें 64% अनौपचारिक और स्व-नियोजित क्षेत्र से थे, जबकि अध्ययन किए गए दर्शकों का 23% हिस्सा छात्रों का था।

• भारत के उत्तर, दक्षिण, पूर्व और पश्चिम क्षेत्रों से स्नोबॉल सैंपलिंग का उपयोग करके प्रति क्षेत्र लगभग 2,500 लोगों  के साथ साइकोमेट्रिक रूप से शुद्ध सर्वेक्षण के माध्यम से डेटा एकत्र किया गया है।

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