नई दिल्ली। भारत में अमृतपाल को भगोड़ा घोषित किए जाने के बाद उसकी तलाश जारी है। इसी बीच रविवार के दिन कुछ खालिस्तान समर्थकों ने लंदन स्थित भारतीय उच्चायोग से भारतीय राष्ट्रीय ध्वज को उतारने की कोशिश की और खालिस्तान के समर्थन में नारेबाजी की। हालांकि इस दौरान भारतीय उच्चायोग के एक अधिकारी ने हिम्मत […]
नई दिल्ली। भारत में अमृतपाल को भगोड़ा घोषित किए जाने के बाद उसकी तलाश जारी है। इसी बीच रविवार के दिन कुछ खालिस्तान समर्थकों ने लंदन स्थित भारतीय उच्चायोग से भारतीय राष्ट्रीय ध्वज को उतारने की कोशिश की और खालिस्तान के समर्थन में नारेबाजी की।
हालांकि इस दौरान भारतीय उच्चायोग के एक अधिकारी ने हिम्मत दिखाते हुए खालिस्तानियों का विरोध किया और खालिस्तानी झंडे को फहराने की कोशिश कर रहे युवक से खालिस्तानी झंडा लेकर फेंक दिया। घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर खूब देखा जा रहा और लोग भारतीय उच्चायोग के अधिकारी की तारीफ कर रहे हैं। वहीं घटना के बाद खालिस्तानियों को जवाब देते हुए भारतीय उच्चायोग पर एक विशाल तिरंगा फहरा दिया गया है।
An Indian diplomat confronts a Khalistani clown, takes back the Indian flag pulled down by a mob that attacked the Indian High Commission in London to protest legal action taken against a militant Sikh secessionist in India.
A larger tricolour has now replaced the previous one. pic.twitter.com/1dG1AdhedH
— Sonam Mahajan (@AsYouNotWish) March 19, 2023
वहीं लंदन में भारतीय तिरगों के हुए अपमान को लेकर भारतीय विदेश मंत्रालय ने ब्रिटेन की उच्चायुक्त को तलब किया है और लंदन में हुई घटना को लेकर नाराजगी जाहिर की है। मामले पर विदेश मंत्रालय ने बयान जारी कर बताया कि जिस वक्त भारतीय उच्चायोग परिसर में यह घटना हुई, उस वक्त वहां पर सुरक्षाकर्मी उपस्थित नहीं थे।
इसे लेकर ब्रिटिश उच्चायुक्त से स्पष्टीकरण मांगा गया है। सरकार ने इसको विएना कन्वेंशन का भी उल्लंघन बताया है। इसके अलावा दोषियों के खिलाफ ब्रिटिश उच्चायुक्त से सख्त कार्रवाई करने की भी मांग की है।
बता दें, अमृतपाल सिंह और उसके संगठन वारिज पंजाब दे पर पंजाब पुलिस की कार्रवाई जारी है। अब तक अमृतपाल के कुल 112 करीबियों को पुलिस गिरफ्तार कर चुकी है। इनमें से 34 गिरफ्तारियां रविवार को हुई हैं। इतना ही नहीं पंजाब पुलिस ने उस गाड़ी को भी सीज कर दिया है, जिसमें अमृतपाल फरार हुआ था। राज्य में किसी तरह की हिंसा ना हो इसके लिए सुरक्षा व्यवस्था को बनाए रखने के लिए बड़ी संख्या में सुरक्षाबलों की तैनाती की गई है। पंजाब के हर जिले में पुलिस और पैरामिलिट्री फोर्स के जवान फ्लैग मार्च निकाल रहे हैं।
इस बीच अमृतपाल के चाचा हरिजीत और ड्राइवर हरप्रीत ने पंजाब पुलिस के सामने सरेंडर कर दिया है। दोनों मर्सिडीज कार में मेहतपुर पुलिस स्टेशन पहुंचे और आत्मसमर्पण किया। बता दें कि, राज्य में शांति और कानून व्यवस्था को भंग करने की कोशिश करने वाले खालिस्तानी लोगों की गिरफ्तारियां जारी हैं।