लखनऊ। उत्तर प्रदेश के कानपुर देहात में हुए अग्निकांड में जल कर मरी मां-बेटी का अंतिम संस्कार आज कानपुर के बिठूर घाट पर किया जाएगा। इस दौरान शवों का अंतिम संस्कार करने के लिए परिजन कानपुर देहात से रवाना हो गए हैं, इस दौरान बड़ी संख्या में पुलिस बल भी मौजूद है। बिठुर में सुबह […]
लखनऊ। उत्तर प्रदेश के कानपुर देहात में हुए अग्निकांड में जल कर मरी मां-बेटी का अंतिम संस्कार आज कानपुर के बिठूर घाट पर किया जाएगा। इस दौरान शवों का अंतिम संस्कार करने के लिए परिजन कानपुर देहात से रवाना हो गए हैं, इस दौरान बड़ी संख्या में पुलिस बल भी मौजूद है। बिठुर में सुबह से ही सीमाओं पर बैरिकेडिंग कर दी गई है।
बता दें, कानपुर देहात में मैथा तहसील क्षेत्र के मड़ौली पंचायत के चालहा गांव में सोमवार को ग्राम समाज की जमीन से कब्जा हटाने पहुंची पुलिस और प्रशासनिक अफसरों की टीम के सामने कब्जेदार की झोपड़ी में संदिग्ध हालत में आग लग गई थी। घटना के वक्त मां-बेटी झोपड़ी के अंदर थी। दोनों को बचाने के प्रयास में गृहस्वामी व रुरा थाना प्रभारी झुलस गए थे। घटना में मां-बेटी की जलकर मौत हो गई थी।
उत्तर प्रदेश के कानपुर में सोमवार को प्रशासनिक टीम अतिक्रमण हटाने के लिए पहुंची थी। उसने एक परिवार की झोपड़ी पर बुलडोजर चलवा दिया। इस दौरान झुग्गी में आग लग गई, जिसमें जलकर मां-बेटी की मौत हो गई। साथ ही पिता और पुत्र आग से बुरी तरह झुलस गया।
बता दें, देर रात परिजनों को समझाने के लिए मंडलायुक्त और आईजी, डीएम भी पहुंचे थे, लेकिन कोई बात नहीं बन पाने के कारण उन्हें वापसी करनी पड़ी। इसके बाद मंगलवार की सुबह उच्चाधिकारी फिर से परिजनों को समझाने का प्रयास करने के लिए आए तो अब पीड़ित के परिजनों ने प्रशासन से मुआवजे के तौर पर पांच करोड़, सरकारी नौकरी और दोनों बेटों के लिए आवास की मांग पर अड़ गए थे।