Biparjoy Cyclone: कांडला पोर्ट को कराया गया खाली, पीएम मोदी ने चक्रवात को लेकर बुलाई बैठक

नई दिल्ली। बिपरजॉय चक्रवात का असर अब दिखने लगा है। मुंबई के तटीय इलाकों में इस तूफान का असर दिखना शुरू हो चुका है। गेटवे ऑफ इंडिया के नजदीक समुद्र की लंबी लहरें देखने को मिल रही है। प्रशासन ने फिलहाल लोगों को समुद्र के किनारे ना जाने की सलाह दी है। इसके अलावा तूफान […]

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Biparjoy Cyclone: कांडला पोर्ट को कराया गया खाली, पीएम मोदी ने चक्रवात को लेकर बुलाई बैठक

Vikas Rana

  • June 12, 2023 12:06 pm Asia/KolkataIST, Updated 1 year ago

नई दिल्ली। बिपरजॉय चक्रवात का असर अब दिखने लगा है। मुंबई के तटीय इलाकों में इस तूफान का असर दिखना शुरू हो चुका है। गेटवे ऑफ इंडिया के नजदीक समुद्र की लंबी लहरें देखने को मिल रही है। प्रशासन ने फिलहाल लोगों को समुद्र के किनारे ना जाने की सलाह दी है। इसके अलावा तूफान के चलते ज्यादा नुकसान ना हो इसके लिए कांडला पोर्ट को भी खाली करा दिया गया है।

 पीएम मोदी ने बुलाई बैठक

तूफान के बेहद गंभीर होने के चलते पीएम नरेंद्र मोदी ने आज एक समीक्षा बैठक भी बुलाई है। पीएम आज दोपहर 1 बजे अधिकारियों के साथ ये बैठक करेंगे। क्योंकि गुजरात में इस तूफान का सबसे ज्यादा असर देखने को मिल सकता है। इसके लिए राज्य के मुख्यमंत्री भी लगातार अधिकारियों के साथ जुड़े हुए है।

 बिपरजॉय तूफान ने बदला अपना रास्ता

बता दें, अरब सागर में उठे चक्रवात बिपरजॉय (Biporjoy Cyclone) ने अपना रास्ता बदल लिया है। पहले इस तूफान के पाकिस्तान के तटों से टकराने की भविष्यवाणी की गई थी, लेकिन अब इस तूफान ने अपना रास्ता बदल लिया है। बिपरजॉय अब उत्तर पूर्व दिशा में बढ़ता हुआ दिखाई दे रहा है। मौसम विभाग के अनुसार 15 जून को ये तूफान गुजरात के उत्तरी तटों से टकरा सकता है।

 Biporjoy Cyclone से मच सकती है तबाही

IMD ने अपने एक बुलेटिन में कहा है कि भयंकर चक्रवात के कारण गुजरात तट पर अरब सागर में 2 से 3 मीटर ऊंची तूफानी लहरें उठ सकती है। इसके अलावा तूफान से बड़े पैमाने पर नुकसान का अंदेशा जताया गया है। बुलेटिन में कहा गया है कि गुजरात के पश्चिमी तटीय जिलों में तूफान की वजह से भयंकर बारिश और बाढ़ के हालात उत्पन्न हो सकते हैं और कच्चे- पक्के घरों को नुकसान पहुंच सकता है।

राज्य सरकार अलर्ट मोड पर

IMD की चेतावनी के बाद गुजरात सरकार NDRF और SDRF की टीमों को तटीय इलाकों में तैनात कर रही है। इसके अलावा छह जिलों में आश्रय केंद्र स्थापित किए गए है। तूफान तटीय क्षेत्र में किस स्थान पर जमीन से टकराएगा, उसके बारे में आने वाले दिनों में स्थिति स्पष्ट हो पाएगी।

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