Jhansi Medical College Fire : आग लगने के बाद नहीं बजा अलार्म, खिड़की से अंदर गये दमकलकर्मी

लखनऊ: शुक्रवार रात को झांसी के मेडिकल कॉलेज के शिशु वार्ड में आग लग गई। शिशु वार्ड में लगी इस आग में जलने से 10 मासूमों की मौत हो गई है। इसके साथ ही इस हादसे में कई बच्चे गंभीर रूप से घायल हो गए हैं। बताया जा रहा है कि यहां पर 50 से […]

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Jhansi Medical College Fire : आग लगने के बाद नहीं बजा अलार्म, खिड़की से अंदर गये दमकलकर्मी

Neha Singh

  • November 16, 2024 7:56 am Asia/KolkataIST, Updated 2 hours ago

लखनऊ: शुक्रवार रात को झांसी के मेडिकल कॉलेज के शिशु वार्ड में आग लग गई। शिशु वार्ड में लगी इस आग में जलने से 10 मासूमों की मौत हो गई है। इसके साथ ही इस हादसे में कई बच्चे गंभीर रूप से घायल हो गए हैं। बताया जा रहा है कि यहां पर 50 से ज्यादा बच्चे भर्ती थे।

अलार्म क्यों नहीं बजे?

आग इतनी भयावह थी कि दरवाजों से अस्पताल में प्रवेश करना असंभव था। दमकल कर्मियों ने पिछले दरवाजे से अंदर प्रवेश करने का प्रयास किया, लेकिन असफल रहे। इसके बाद वार्ड की खिड़की का शीशा तोड़कर दमकल कर्मी किसी तरह अंदर घुसने में सफल रहे।

प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि आग लगने पर सेफ्टी अलार्म नहीं बजा। धुआं फैलने के बाद चारों तरफ चीख-पुकार मच गई। अगर सेफ्टी अलार्म समय पर बज जाता तो बचाव कार्य जल्द शुरू हो सकता था।

शिशुओं को बाहर निकाला गया 

अंदर आग की लपटों के साथ धुआं भी भरा हुआ था। आग लगने के करीब आधे घंटे बाद बचाव कार्य शुरू हो सका। इसके बाद दमकल कर्मियों ने नवजात शिशुओं को बाहर निकालना शुरू किया। चूंकि यह भूतल पर था, इसलिए नवजात शिशुओं को बाहर निकाला जा सका। अगर हादसा दूसरी मंजिल पर होता, तो बचाव कार्य और मुश्किल हो सकता था। एसएनसीयू वार्ड में दो यूनिट हैं। एक यूनिट अंदर और दूसरी बाहर है। सबसे पहले जो नवजात शिशु बाहर थे, उन्हें बाहर निकाला गया। जो बच्चे अंदर थे, वे गंभीर रूप से झुलस गए। यहां भर्ती बच्चों को बचाया नहीं जा सका।

सीएम योगी ने लिया संज्ञान 

लखनऊ से जारी बयान के मुताबिक, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने घटना का संज्ञान लिया और जिला प्रशासन के अधिकारियों को घायलों का समुचित इलाज सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। एसएसपी सुधा सिंह ने शनिवार तड़के पत्रकारों को बताया कि 16 घायल बच्चों का इलाज किया जा रहा है और उनकी जान बचाने के प्रयास जारी हैं। उनके लिए पर्याप्त चिकित्सा सुविधाएं और सभी डॉक्टर उपलब्ध हैं।

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