लखनऊ। अतीक अहमद और अशरफ की 15 अप्रैल को पुलिस कस्टडी में खुलेआम हत्या कर दी गई। तीन युवकों ने इस घटना को अंजाम दिया। फिलहाल तीनों पुलिस की गिरफ्त में हैं। अब इस हत्याकांड को लेकर देवबंद में जमीयत उलेमा-ए-हिन्द के अध्यक्ष मौलाना महमूद असद मदनी का बयान आया है। बता दें, जमीयत उलेमा-ए-हिन्द […]
लखनऊ। अतीक अहमद और अशरफ की 15 अप्रैल को पुलिस कस्टडी में खुलेआम हत्या कर दी गई। तीन युवकों ने इस घटना को अंजाम दिया। फिलहाल तीनों पुलिस की गिरफ्त में हैं। अब इस हत्याकांड को लेकर देवबंद में जमीयत उलेमा-ए-हिन्द के अध्यक्ष मौलाना महमूद असद मदनी का बयान आया है। बता दें, जमीयत उलेमा-ए-हिन्द ने प्रयागराज में अतीक अहमद और अशरफ की पुलिस कस्टडी में खुलेआम हत्या को देश और समाज के लिए शर्मनाक बताया है। इसके अलावा उन्होंने सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में इस मामले की जांच कराए जाने की मांग की है।
जमीयत उलेमा-ए-हिन्द के अध्यक्ष मौलाना महमूद असद मदनी ने उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में पुलिस सुरक्षा के बावजूद अतीक अहमद और भाई अशरफ की नृशंस हत्या को कानून व्यवस्था और राज्य मिशनरी को पूरी तरह से विफल बताया है। सोमवार को अपने बयान में जमीयत प्रमुख मौलाना मदनी ने कहा कि वहां जो हुआ वह देश और इंसानियत के लिए शर्मनाक है। अगर इस देश में कानून का राज नहीं होगा तो हर तरफ अराजकता फैल जाएगी और बदहाली और खून-खराबे का राज हो जाएगा।
मौलाना मदनी ने कहा कि अगर कोई मुजरिम है तो उसके गुनाह और सजा का फैसला अदालत करेगी। कानून अपने हाथ में लेना चाहे वो पुलिस द्वारा हो या जनता के द्वारा, लोकतंत्र और संविधान का अपमान है और देश में एक आपराधिक कृत्य है। मौलाना मदनी ने मांग कि है कि इस पूरे मामले की सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में जांच की जाए और इसमें शामिल लोगों पर कार्रवाई की जाए।
इसके अलावा मदनी ने देश के पीएम और गृह मंत्री से भी इस घटना के बाद लोगों में पैदा हुई चिंता और अविश्वास के माहौल के संदर्भ में स्थिति को ठीक करने के लिए सभी आवश्यक उपाय करने की अपील की है। मौलाना मदनी ने लोगों से कानून व्यवस्था बनाए रखने और किसी भी सूरत में अराजकता का हिस्सा नहीं बनने की अपील भी की है।