इजरायल के पीएम बेंजामिन नेतन्याहू ने सीरिया में बशर अल असद की सरकार के खात्मे को मध्य पूर्व के लिए ऐतिहासिक दिन बताया है.
नई दिल्ली: सीरिया में असद सरकार के खात्मे से इजराइल की परेशानी बढ़ गई है. इजराइल को डर है कि सीरिया में सुन्नी कट्टरपंथियों की सत्ता आने से उसे मुश्किलें झेलनी पड़ेंगी. इस बीच इजरायल के पीएम बेंजामिन नेत्यानहू ने बड़ा बयान दिया है.
इजरायल के पीएम बेंजामिन नेतन्याहू ने सीरिया में बशर अल असद की सरकार के खात्मे को मध्य पूर्व के लिए ऐतिहासिक दिन बताया है. इसके साथ ही उन्होंने इससे भविष्य में आने वाले खतरे से निपटने का वादा भी किया है. नेतन्याहू ने कहा है कि सीरिया से आने वाले हर खतरे से निपटने के लिए इजरायल पूरी तरह से तैयार है. इजराइल के लोगों को इससे परेशान होने की जरूरत नहीं है.
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक सीरिया लगभग-लगभग विद्रोहियों के हाथ में जा चुका है. राजधानी दमिश्क के साथ ही सीरिया के चार बड़े शहर-अलेप्पो, हमा, दारा और होम्स विद्रोहियों के कब्जे हैं. इसके अलावा बाकी अन्य शहरों के भी जल्द ही विद्रोहियों के कब्जे में आने की संभावना है. हालांकि, अभी कुछ हिस्सों में सेना ने अपना कब्जा बनाया हुआ है.
बता दें कि राष्ट्रपति असद के बारे में संभावना जताई जा रही है कि वह सीरिया छोड़कर रूस जा चुके हैं. हालांकि अभी तक इसकी पुष्टि नहीं है लेकिन रूस के साथ असद के करीबी रिश्ते को देखते हुए यह दावा किया जा रहा है कि वह वहीं गए होंगे. मालूम हो कि रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और असद की अच्छी दोस्ती है.
वहीं, सीरिया के प्रधानमंत्री मोहम्मद गाजी अल जलाली ने एक वीडिया जारी कर बड़ा ऐलान किया है. उन्होंने कहा है कि वह विद्रोहियों को सत्ता सौंपने के लिए तैयार हैं. पीएम गाजी ने कहा कि उनका देश को छोड़कर जाने का कोई इरादा नहीं है. वह सीरिया में ही रहेंगे और जनता जिसे चुनेगी, उसके साथ मिलकर भविष्य में काम करेंगे.