त्रिपुत और तवस्या दोनों ही अत्याधुनिक तकनीकों से लैस युद्धपोत हैं, यह सतह पर पनडुब्बी और हवाई हमलों से निपटने में सक्षम हैं. वहीं तवस्या की लंबाई लगभग 125 मीटर और ड्राफ्ट 4.5 मीटर है. जबकि डिस्प्लेसमेंट लगभग 3600 टन है.
नई दिल्ली: गोवा शिपयार्ड लिमिटेड ने भारत सरकार के द्वारा स्वदेशी रूप से बनाया पी1135.6 अतिरिक्त फॉलो-ऑन फ्रिगेट परियोजना के दूसरे युद्धपोत तवस्या को लॉन्च किया है. तपस्या को
रक्षा राज्य मंत्री संजय सेठ की मौजूदगी में नीता सेठ ने पानी में उतारा. संजय सेठ ने लॉन्च के मौके पर कहा कि ये भारत के नौसेना के इतिहास में एक निर्णायक क्षण है, यह हमारी तकनीकी क्षमताओं और आत्मनिर्भरता को दर्शाता है.
संजय सेठ ने कहा कि तवस्या का लॉन्च भारतीय नौसेना के लिए न केवल एक कदम आगे बढ़ना है. वहीं भारत की रणनीतिक रक्षा महत्वाकांक्षाओं के लिए एक बड़ी छलांग है. बता दें तवस्या का नाम महाभारत के महान योद्धा भीम की गदा के नाम पर रखा गया है.
त्रिपुत और तवस्या युद्धपोत अत्याधुनिक तकनीक से लैस हैं और सतह, पनडुब्बी और हवाई हमलों से निपटने में सक्षम हैं. बता दें इसकी लंबाई करीब 125 मीटर और ड्राफ्ट 4.5 मीटर है, जबकि इनका विस्थापन करीब 3600 टन है. यह युद्धपोत अधिकतम 28 नॉट यानी करीब 52 किलोमीटर प्रति घंटे की गति से चलेंगे. आत्मनिर्भर भारत अभियान के तहत त्रिपुट और तवस्या को स्वदेशी उपकरणों, हथियारों और सेंसर से लैस किया जा रहा है. इन जहाजों में बड़ी मात्रा में भारतीय रक्षा उत्पादन इकाइयों द्वारा निर्मित उपकरणों का उपयोग किया गया है.अब इन आधुनिक युद्धपोत से पाकिस्तान और चीन के होश उड़ने वाले है.