नई दिल्ली। भारत और अमेरिका ने संयुक्त राष्ट्र में लश्कर-ए-तैयबा के आतंकवादी और मुंबई हमले के मास्टमाइंड साजिद मीर को वैश्विक आतंकवादी घोषित करने का प्रस्ताव पेश किया था, लेकिन चीन ने इस पर वीटो लगाते हुए इस पर रोक लगा दी। चीन द्वारा भारत और अमेरिका के प्रस्ताव को रोकने पर यूएन में भारतीय […]
नई दिल्ली। भारत और अमेरिका ने संयुक्त राष्ट्र में लश्कर-ए-तैयबा के आतंकवादी और मुंबई हमले के मास्टमाइंड साजिद मीर को वैश्विक आतंकवादी घोषित करने का प्रस्ताव पेश किया था, लेकिन चीन ने इस पर वीटो लगाते हुए इस पर रोक लगा दी। चीन द्वारा भारत और अमेरिका के प्रस्ताव को रोकने पर यूएन में भारतीय प्रतिनिधि विदेश मंत्रालय के संयुक्त सचिव प्रकाश गुप्ता ने चीन की आलोचना की है। इसके साथ ही प्रकाश गुप्ता ने संयुक्त राष्ट्र में साजिद मीर का एक ऑडियो क्लिप भी चलाया है, जिसमें वो आतंकवादियों को ताज होटल के अंदर हमला करने के निर्देश दे रहा है।
बता दें, भारत और अमेरिका की तरफ से यूएन में आतंकी मीर को वैश्विक आतंकवादी घोषित करने का प्रस्ताव रखा गया था। जिससे उसकी संपत्ति को फ्रीज करने के अलावा ट्रैवल बैन और हथियारों के इस्तेमाल पर रोक लगाई जा सकती थी। लेकिन चीन ने इस पर वीटो लगा दिया। आतंकी मीर भारत और अमेरिका में वांटेड है, उसके खिलाफ आरोप है कि उसी ने मुंबई में हमला करने वाले लश्कर के 10 आतंकियों को पाकिस्तान में बैठकर निर्देश दिए थे।
#WATCH | "…If we cannot get established terrorists who have been proscribed across global landscapes listed under security council architecture for pure geopolitical interest, then we do not really have the genuine political will needed to sincerely fight this challenge of… pic.twitter.com/mcbw3bV13W
— ANI (@ANI) June 21, 2023
यूएन असेंबली में भारत की तरफ से संयुक्त सचिव प्रकाश गुप्ता ने चीन के इस कदम पर जवाब दिया है। गुप्ता ने चीन का नाम लिए बिना कहा कि जब आतंकी मीर के खिलाफ तमाम देशों के प्रस्ताव के बाद भी उसे वैश्विक आतंकी घोषित नहीं किया गया तो इससे ये कहा जा सकता है कि आतंकवाद से निपटने की पूरी संरचना में कुछ गड़बड़ी है।
प्रकाश गुप्ता ने कहा कि मुंबई हमले के 15 साल बाद भी पीड़ितों को न्याय नहीं मिला है। हमले के मास्टरमाइंड समेत कई आरोपी खुलेआम घूम रहे हैं, इसके अलावा उन्हें तमाम सुविधाएं भी मिल रही है। इसके लिए हमें दोहरे मानकों से बचना चाहिए और अच्छे आतंकवादियों बनाम बुरे आतंकवादियों की सोच से दूर रहना चाहिए।
पाकिस्तानी आतंकी साजिद मीर 26 नवंबर 2008 को मुंबई के ताज होटल में हुए हमले का आरोपी है। साजिद मीर ही वो शख्स था जिसने आतंकी अजमल कसाब समेत अन्य सभी आतंकियों को फोन पर हमले के लिए लगातार उनके संपर्क में रहकर निर्देश दिया था। जिंदा पकड़े गए आतंकी कसाब ने साजिद मीर का नाम लिया था।