नई दिल्ली। तुर्की सीरिया में विनाशकारी भूकंप से भारी तबाही हुई है। दोनों देशों में अब तक 4000 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। बड़े-बड़े शहर खंडहर में तब्दील हो चुके हैं। इस मुश्किल घड़ी में दुनिया के कई देशों ने तुर्की और सीरिया को मदद की पेशकश की है। भारत ने भी […]
नई दिल्ली। तुर्की सीरिया में विनाशकारी भूकंप से भारी तबाही हुई है। दोनों देशों में अब तक 4000 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। बड़े-बड़े शहर खंडहर में तब्दील हो चुके हैं। इस मुश्किल घड़ी में दुनिया के कई देशों ने तुर्की और सीरिया को मदद की पेशकश की है। भारत ने भी तुर्की के लिए मदद भेजी है। राहत और बचाव के लिए डॉक्टरों के साथ 100 कर्मियों वाली एनडीआरएफ की दो टीमें तुर्की के लिए रवाना हो गई हैं।
भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट कर तुर्की में आए भूकंप पर दुख जताया है। उन्होंने लिखा है कि तुर्की में भूकंप के कारण जनहानि और संपत्ति के नुकसान से व्यथित हूं। शोक संतप्त परिवारों के प्रति मेरी संवेदनाएं हैं। भारत तुर्की के लोगों के साथ एकजुटता के साथ खड़ा है। इस त्रासदी से निपटने के लिए हम तुर्की को हर संभव सहायता देने के लिए तैयार हैं।
Anguished by the loss of lives and damage of property due to the Earthquake in Turkey. Condolences to the bereaved families. May the injured recover soon. India stands in solidarity with the people of Turkey and is ready to offer all possible assistance to cope with this tragedy. https://t.co/vYYJWiEjDQ
— Narendra Modi (@narendramodi) February 6, 2023
बता दें कि इस शक्तिशाली भूकंप से तुर्की के अंकारा, गाजियांटेप, कहरामनमारस, डियर्बकिर और नूरदगी शहर समेत 10 शहरों में भारी तबाही हुई है। खबरों के मुताबिक तुर्की में 2000 से ज्यादा बिल्डिंग गिरी है। कई लोग अभी मलबे के नीचे दबे हैं। फिलहाल लोगों को बचाने के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है।
गौरतलब है कि इस भूकंप का केंद्र भूकंप का केंद्र तुर्की के कहरामनमारस प्रांत के गाजियांटेप शहर से 30 किमी दूर और जमीन से करीब 24 किमी नीचे था। यह शहर सीरिया बॉर्डर से करीब 90 किलोमीटर दूर है। इसी वजह से सीरिया में भी भूकंप से काफी तबाही हुई है। सीरिया के दमिश्क, अलेप्पो, हमा, लताकिया समेत कई शहरों में भूकंप की वजह से इमारतें गिरने की खबर है।
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