Imran Khan के आज गिरफ्तार होने की संभावना नहीं, घर से फरार हुए पूर्व PAK पीएम

नई दिल्ली: पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान के घर नॉन बेलेबल वारंट के साथ पुलिस पहुँच चुकी है. लेकिन पुलिस वहाँ से खाली हाथ लौटी है. पुलिस को लाहौर स्थित इमरान खान के घर से पूर्व प्रधानमंत्री नहीं मिले. तलाश के बाद पुलिस वापस लौट आई है लेकिन इमरान खान की गर्दन पर अभी […]

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Imran Khan  के आज गिरफ्तार होने की संभावना नहीं, घर से फरार हुए पूर्व PAK पीएम

Riya Kumari

  • March 5, 2023 3:46 pm Asia/KolkataIST, Updated 2 years ago

नई दिल्ली: पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान के घर नॉन बेलेबल वारंट के साथ पुलिस पहुँच चुकी है. लेकिन पुलिस वहाँ से खाली हाथ लौटी है. पुलिस को लाहौर स्थित इमरान खान के घर से पूर्व प्रधानमंत्री नहीं मिले. तलाश के बाद पुलिस वापस लौट आई है लेकिन इमरान खान की गर्दन पर अभी भी गिरफ्तारी की तलवार लटकी हुई है. इस्तलामाबाद के IG ने इमरान खान को आज ही गिरफ्तार करने के आदेश दिए हैं. ऐसे में इमरान खान के गायब होने से ऐसा तो नहीं लगता कि आज ही इमरान खान गिरफ्तार हो पाएंगे.

खाली हाथ लौटी पुलिस

दूसरी ओर गृह मंत्री राणा सनाउल्लाह ने इमरान खान के आज ही गिरफ्तार होने की संभावनाओं पर लगाम लगाते हुए ताजा स्थिति से कोर्ट को अवगत करवाया है. ख़बरों की मानें तो अगली कार्रवाई कोर्ट के आदेश के अनुसार की जाएगी. फिलहाल पुलिस के पास इमरान खान की गिरफ्तारी का वारंट है. कोर्ट ने पुलिस को इमरान खान को लेकर 7 मार्च तक पेश किए जाने के निर्देश दिए हैं. दूसरी ओर इमरान खान के घर को उनके समर्थकों ने घेर लिया है. मौके पर पहुंची पुलिस को भी घर में एंट्री लेने के लिए काफी मशक्कत और धक्का-मुक्की करनी पड़ी. इमरान खान के आवास के बाहर अभी भी उनके समर्थकों का भारी जमावड़ा है.

ट्वीट कर साधा निशाना

इसी कड़ी में इमरान खान का एक ट्वीट सामने आया है. इस ट्वीट में उन्होंने पकिस्तान की वर्तमान सरकार और प्रधानमंत्री शहबाज़ शरीफ पर निशाना साधा है. वह लिखते हैं, ‘इस देश का भविष्य क्या हो सकता है जिस पर अपराधियों को शासक के रूप में थोपा जाता है।शहबाज शरीफ को NAB द्वारा 8 बिलियन के मनी लॉन्ड्रिंग और FIA द्वारा 16 बिलियन के भ्रष्टाचार में दोषी पाया जाने वाला था जब जनरल बाजवा, जिन्हें कार्यवाही में देरी का सामना करना पड़ा एनएबी के मामलों ने उसे बचा लिया।’

‘पहले एफआईए और अब एनएबी’

पूर्व प्रधानमंत्री आगे लिखते हैं, ‘उन्हें प्रधानमंत्री के रूप में नियुक्त किया गया था। तब से, इस व्यक्ति को उन संस्थानों के प्रमुख के रूप में नियुक्त किया गया है जो उनके खिलाफ मामलों की जांच कर रहे हैं – पहले एफआईए और अब एनएबी – ताकि वह स्वतंत्र रूप से मामलों से खुद को बरी कर सकें। 16 अरब के भ्रष्टाचार और 8 अरब के मनी लॉन्ड्रिंग का “गणराज्य” बनता है।’

बता दें कि 28 फरवरी को एडीशनल सेशन जज जफर इकबाल ने पूर्व प्रधानमंत्री को लेकर गैर-जमानती गिरफ्तारी वारंट जारी किया था. यह कार्रवाई इसी कड़ी में की जा रही है.

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