बांग्लादेश के मैमनसिंह और दिनाजपुर में उपद्रवियों ने दो दिनों के अंदर तीन मंदिरों को निशाना बनाया है। जिसमें उपद्रवियों ने मंदिरों में रखी 8 मूर्तियों को तोड़ दिया है।
नई दिल्लीः बांग्लादेश में अल्पसंख्यक समुदायों और उनके धार्मिक स्थलों को लगातार निशाना बनाया जा रहा है। कट्टरपंथी हिंदुओं की आस्था पर हमला कर रहे हैं और शांति के लिए नोबेल पुरस्कार पाने वाले मोहम्मद यूनुस आंख पर पट्टी बांधकर बैठे हैं। शेख हसीना के प्रधानमंत्री पद से हटने के बाद से ही बांग्लादेश में हिंसा देखने को मिल रही है।
अब तक यहां उपद्रवियों ने दर्जनों मंदिरों को निशाना बनाया है। जिसमें मंदिरों में तोड़फोड़ की गई है और मूर्तियों को तोड़ा गया है। बांग्लादेश के मैमनसिंह और दिनाजपुर में उपद्रवियों ने दो दिनों के अंदर तीन मंदिरों को निशाना बनाया है। जिसमें उपद्रवियों ने मंदिरों में रखी 8 मूर्तियों को तोड़ दिया है। पुलिस ने इस दंगा मामले में एक आरोपी को गिरफ्तार भी किया है।
शुक्रवार को पुलिस ने पलाशकंद गांव से 27 वर्षीय युवक को गिरफ्तार किया। पूछताछ के दौरान अलल उद्दीन नाम के युवक ने अपना जुर्म कबूल कर लिया। शुक्रवार दोपहर उसे मैमनसिंह की एक अदालत में पेश किया गया, जिसके बाद उसे जेल भेज दिया गया।
एक अन्य घटना में मैमनसिंह के हलवाघाट में उपद्रवियों ने दो मंदिरों की दो मूर्तियों को तोड़ दिया। इस मामले में अभी तक पुलिस ने कोई मामला दर्ज नहीं किया है। धार्मिक स्थलों पर हमले थमने का नाम नहीं ले रहे हैं, इससे पहले गुरुवार को पोलाशकांड काली मंदिर समिति के अध्यक्ष सुवाष चंद्र सरकार ने अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कराया था। मंगलवार को दिनाजपुर के बीरगंज उप-जिले में झारबारी शासन काली मंदिर में पांच मूर्तियों को क्षतिग्रस्त कर दिया गया।
Also Read- रूस में 9/11जैसा बड़ा हमला, 3 हाई राइज बिल्डिंग में UAV अटैक, दिल दहला देगा VIDEO