शिमला. हिमाचल में कांग्रेस ने 40 सीटों के साथ जीत तो हासिल कर ली लेकिन अब भी मुख्यमंत्री पद को लेकर पार्टी में मंथन चल रहा है. ऐसे में, बीते दिन मुख्यमंत्री पर फैसला लेने के लिए विधायक दल की बैठक भी हुई, लेकिन इस बैठक में कोई फैसला नहीं हो सका, जिसके बाद एक […]
शिमला. हिमाचल में कांग्रेस ने 40 सीटों के साथ जीत तो हासिल कर ली लेकिन अब भी मुख्यमंत्री पद को लेकर पार्टी में मंथन चल रहा है. ऐसे में, बीते दिन मुख्यमंत्री पर फैसला लेने के लिए विधायक दल की बैठक भी हुई, लेकिन इस बैठक में कोई फैसला नहीं हो सका, जिसके बाद एक प्रस्ताव पारित किया गया और फैसला आलाकमान पर छोड़ दिया गया. पार्टी में फ़िलहाल, मुख्यमंत्री उम्मीदवार को लेकर विवाद बढ़ गया है. प्रदेश में सीएम पद के नाम को लेकर केंद्रीय पर्यवेक्षकों की बैठक जारी है, रिपोर्ट्स के मुताबिक आज शाम 5 बजे विधायक दल की बैठक होने वाली है, जिसमें मुख्यमंत्री के नाम का ऐलान किया जा सकता है.
बीते दिन इस संबंध में सुक्खू ने बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा कि मैं मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार नहीं हूँ, मैं तो बस कांग्रेस पार्टी का अनुशासित सिपाही, कार्यकर्ता और विधायक हूं. जो भी फैसला होगा वो पार्टी आलाकमान लेगी और आलाकमान का हर फैसला सर्वोपरि है. इसी कड़ी में विधायक हर्षवर्धन चौहान ने कहा कि जो भी फैसला कांग्रेस आलाकमान लेगा, वह फैसला उन्हें मंजूर होगा. वो अपनी बात रखेंगे और चुने हुए विधायकों की राय के मुताबिक ही फैसला लिया जाएगा. इस संबंध में ज्वालामुखी से कांग्रेस विधायक संजय रतन ने बताया कि कांग्रेस में कोई अलग ग्रुप नहीं है और विधायक दल की बैठक में ही मुख्यमंत्री चुना जाएगा, बाकी जो भी फैसला होगा वो पार्टी आलाकमान लेगा.
धर्मशाला से कांग्रेस विधायक सुधीर शर्मा ने कहा कि चुने हुए विधायकों और पार्टी आलाकमान द्वारा चुना गया व्यक्ति ही हिमाचल प्रदेश का मुख्यमंत्री बनेगा, पार्टी का फैसला यहाँ मान्य होगा.
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