Hardeep Singh Nijjar, Inkhabar। कनाडा में खालिस्तानी आतंकवादी हरदीप सिंह निज्जर (Hardeep Singh Nijjar) की गोली मारकर हत्या कर दी गई। जानकारी के अनुसार हरदीप सिंह को गुरुद्वारे के पास गोली मारी गई है। NIA ने कुख्यात आतंकवादी संगठन खालिस्तान टाइगर फोर्स के मुखिया हरदीप सिंह निज्जर पर 10 लाख का इनाम घोषित किया हुआ […]
Hardeep Singh Nijjar, Inkhabar। कनाडा में खालिस्तानी आतंकवादी हरदीप सिंह निज्जर (Hardeep Singh Nijjar) की गोली मारकर हत्या कर दी गई। जानकारी के अनुसार हरदीप सिंह को गुरुद्वारे के पास गोली मारी गई है। NIA ने कुख्यात आतंकवादी संगठन खालिस्तान टाइगर फोर्स के मुखिया हरदीप सिंह निज्जर पर 10 लाख का इनाम घोषित किया हुआ था। ये इनाम जालंधर में एक पुजारी की हत्या के मामले में रखा गया था। काफी समय से निज्जर कनाडा में रह रहा था।
पंजाब के जालंधर में स्थित फिल्लौर क्षेत्र के भरसिंहपुर गांव के रहने वाला खालिस्तानी आतंकवादी हरदीप सिंह निज्जर फिलहाल कनाडा के सरे में रहता था। हरदीप के बारे में कहा जाता है कि वह कभी प्लंबर के रूप में काम करता था। निज्जर बब्बर खालसा इंटरनेशनल और खालिस्तान टाइगर फोर्स से जुड़ा था। बताया जाता है कि निज्जर, खालिस्तान टाइगर फोर्स के जगतार सिंह तारा और ISI के लोगों से मिलने के लिए 2013-14 में पाकिस्तान भी गया था।
निज्जर पर पंजाब के जालंधर में एक हिंदू पुजारी की हत्या की साजिश रचने का आरोप है। पुजारी की हत्या की साजिश खालिस्तान टाइगर फोर्स ने रची थी। इसी केटीएफ को प्रमुख निज्जर है जो कनाडा में रहता था। 2021 में NIA ने हरदीप सिंह निज्जर के खिलाफ आतंकी गतिविधियों और अन्य आपराधिक साजिश रचने के मामले में चार्जशीट दाखिल की थी।
इसके अलावा 2010 में पटियाला में सत्य नारायण मंदिर के पास एक विस्फोट में भी निज्जर का नाम शामिल होने के बाद इसके खिलाफ एक प्राथमिकी दर्ज की गई थी। निज्जर के खिलाफ साल 2015 और 2016 में एक लुक आउट नोटिस भी जारी किया गया था। जिसके बाद अप्रैल 2018 में कनाडा के अधिकारियों ने उसे कुछ समय के लिए हिरासत में लिया था, लेकिन फिर उसे बिना कोई आरोप दायर किए रिहा कर दिया था।
साल 2018 में कनाडा के पीएम जस्टिन ट्रूडो भारत यात्रा के लिए आए हुए थे। इस दौरान पंजाब के तत्कालीन सीएम अमरिंदर सिंह ने उन्हें खालिस्तानी आतंकवादियों की एक सूची सौंपी थी और उसमें निज्जर का भी नाम शामिल था। सितंबर 2020 में केंद्रीय गृह मंत्रालय ने निज्जर को आतंकवादी घोषित कर दिया था और एनआईए ने जालंधर के भर सिंह पुरा गांव में उसकी संपत्तियां कुर्क की थी।