अदानी मामले की जांच के लिए JPC बनाने से डर रही सरकार – मल्लिकार्जुन खड़गे

नई दिल्ली। दिल्ली में संसद के बजट सत्र के आखिरी दिन विपक्षी सांसदों ने संसद से विजय चौक तक तिरंगा मार्च निकाला। बता दें, इस दौरान यात्रा में 13 राजनीतिक दलों के नेता शामिल हुए। इसमें कांग्रेस, डीएमके, समाजवादी पार्टी, शिवसेना (उद्धव गुट), टीएमसी, आप, जेडीयू, सीपीआई, सीपीएम, आरजेडी, जेएमएम, आएसपी और आईयूएमएल के नेता […]

Advertisement
अदानी मामले की जांच के लिए JPC बनाने से डर रही सरकार – मल्लिकार्जुन खड़गे

Vikas Rana

  • April 6, 2023 1:31 pm Asia/KolkataIST, Updated 2 years ago

नई दिल्ली। दिल्ली में संसद के बजट सत्र के आखिरी दिन विपक्षी सांसदों ने संसद से विजय चौक तक तिरंगा मार्च निकाला। बता दें, इस दौरान यात्रा में 13 राजनीतिक दलों के नेता शामिल हुए। इसमें कांग्रेस, डीएमके, समाजवादी पार्टी, शिवसेना (उद्धव गुट), टीएमसी, आप, जेडीयू, सीपीआई, सीपीएम, आरजेडी, जेएमएम, आएसपी और आईयूएमएल के नेता शामिल हुए है। इस दौरान तिरंगा मार्च करने के बाद कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने मीडिया वार्ता करते हुए सरकार पर कई आरोप लगाए हैं

क्या बोलो मल्लिकार्जुन खड़गे ?

इस दौरान मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि मोदी सरकार ने बजट को चर्चा में नहीं लाने का पूरा प्रयास किया है। मोदी सरकार लोकतंत्र की बहुत बातें कहती है लेकिन जो कहती है उसके तहत चलती नहीं हैं। 50 लाख करोड़ का बजट केवल 12 मिनट में पास किया गया है। वे हमेशा कहते रहे कि विपक्ष को दिलचस्पी नहीं है लेकिन विघ्न तो सरकार की तरफ से हुआ है। जब भी हम नोटिस देते थे और उस पर चर्चा की मांग करते थे तब वे हमें बोलने नहीं देते थे। अपने 52 साल के अनुभव में मैंने ऐसा पहली बार देखा है, इससे पहले ऐसा कुछ भी नहीं हुआ था।

अडानी की संपत्ति में कैसे हुई बढ़ोतरी

सभी विपक्षी पार्टियों का मुख्य मुद्दा था कि सरकार द्वारा अडानी को इतना महत्व क्यों दिया जा रहा है ? आखिर कैसे अडानी की संपत्ति केवल 2.5 साल में 12 लाख करोड़ रुपए हो गई ? हमारा सवाल है कि क्या अडानी ने सरकार कै पैसा और संपत्ति खरीदी है। क्यों मोदी जी एक व्यक्ति को इतनी चीजें दे रहे हैं।

खड़गे ने आगे कहा कि हम प्रधानमंत्री से जानकारी लेना चाहते थे कि उनके विदेशी दौरे के दौरान अडानी ने किन- किन देशों के प्रधानमंत्री से मुलाकात की थी। इसके अलावा हम लंबे समय से जेपीसी की भी मांग कर रहे है। लेकिन सरकार हमारी दोनों ही मांगों को पूर नहीं कर रही है। अगर सरकार हमारी जेपीसी को बनाने की मांग मान लेती है तो इसमें उसको किसी तरह का नुकसान नहीं होने वाला। क्योंकि बहुमत उनके पास है तो जेपीसी में लोग भी उनके ज्यादा रहेंगे। इसके बाद भी भाजपा हमारी जेपीसी बनाने की मांग को नहीं मान रही है।

Advertisement