रूस ने यह भी दावा किया है कि असद ने बेहद शांति पूर्ण तरीके से सत्ता के हस्तांतरण का निर्देश दिया और फिर वो सीरिया छोड़कर गए.
नई दिल्ली: सीरिया के राष्ट्रपति बशर-अल-असद को लेकर रूस ने बड़ा दावा किया है. रूस ने कहा है कि असद ने राष्ट्रपति पद से इस्तीफा देने से पहले विद्रोह में शामिल कई प्रमुख लोगों से बातचीत की थी.
इसके साथ ही रूस ने यह भी दावा किया है कि असद ने बेहद शांति पूर्ण तरीके से सत्ता के हस्तांतरण का निर्देश दिया और फिर वो सीरिया छोड़कर गए. हालांकि, मॉस्को ने यह नहीं बताया है कि इस पूरी प्रक्रिया में उसकी कोई भागीदारी थी या नहीं.
बता दें कि राष्ट्रपति असद के बारे में संभावना जताई जा रही है कि वह सीरिया छोड़कर रूस जा चुके हैं. हालांकि अभी तक इसकी पुष्टि नहीं है लेकिन रूस के साथ असद के करीबी रिश्ते को देखते हुए यह दावा किया जा रहा है कि वह वहीं गए होंगे. मालूम हो कि रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और असद की अच्छी दोस्ती है.
वहीं, सीरिया के प्रधानमंत्री मोहम्मद गाजी अल जलाली ने एक वीडिया जारी कर बड़ा ऐलान किया है. उन्होंने कहा है कि वह विद्रोहियों को सत्ता सौंपने के लिए तैयार हैं. पीएम गाजी ने कहा कि उनका देश को छोड़कर जाने का कोई इरादा नहीं है. वह सीरिया में ही रहेंगे और जनता जिसे चुनेगी, उसके साथ मिलकर भविष्य में काम करेंगे.
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक सीरिया लगभग-लगभग विद्रोहियों के हाथ में जा चुका है. राजधानी दमिश्क के साथ ही सीरिया के चार बड़े शहर-अलेप्पो, हमा, दारा और होम्स विद्रोहियों के कब्जे हैं. इसके अलावा बाकी अन्य शहरों के भी जल्द ही विद्रोहियों के कब्जे में आने की संभावना है. हालांकि, अभी कुछ हिस्सों में सेना ने अपना कब्जा बनाया हुआ है. सीरिया के सेना की कुछ टुकड़ी अभी भी विद्रोहियों से लोहा लेने की पूरी कोशिश कर रही है.