नई दिल्ली। दिल्ली की आप सरकार और उपराज्यपाल के बीच चल रहे विवाद में अब नौकरशाही की एंट्री हो चुकी है। बता दें, दिल्ली सरकार में विशेष सचिव वाईवीवी राजशेखर की शिकायत पर आईएएस उदित प्रकाश राय के खिलाफ आईपी एक्सटेंशन पुलिस स्टेशन में एफआईआर दर्ज की गई है। एफआईआर में कहा गया है कि […]
नई दिल्ली। दिल्ली की आप सरकार और उपराज्यपाल के बीच चल रहे विवाद में अब नौकरशाही की एंट्री हो चुकी है। बता दें, दिल्ली सरकार में विशेष सचिव वाईवीवी राजशेखर की शिकायत पर आईएएस उदित प्रकाश राय के खिलाफ आईपी एक्सटेंशन पुलिस स्टेशन में एफआईआर दर्ज की गई है।
एफआईआर में कहा गया है कि आईएएस अधिकारी उदित प्रकाश राय ने मैन्युअल तरीके से एंट्रीज की और खुद ही रिपोर्टिंग करने वाले अधिकारियों के हस्ताक्षर करके एनुअल परफॉर्मेंस असेसमेंट रिपोर्ट में जालसाजी की है। एफआईआर में कहा गया है कि उदित प्रकाश ने स्पैरो पोर्टल के माध्यम से ये काम किया है।
इससे पहले भी आईएएस अधिकारी उदित प्रकाश राय को भ्रष्टाचार के मामले में एक नोटिस जारी किया जा चुका है। उनके ऊपर आरोप है कि उन्होंने एक पुराने स्मारक को गिराकर उसके ऊपर आधिकारिक आवास का निर्माण कराया था। इसी मामले में सतर्कता विभाग ने नोटिस जारी कर जवाब मांगा था। इसके अलावा दिल्ली जल बोर्ड के पांच अभियंताओं को भी नोटिस जारी कर जवाब मांगा गया था।
बता दें, जुलाई 2022 में गृह मंत्रालय ने दिल्ली सरकार को पत्र लिखा था। पत्र लिखते हुए गृह मंत्रालय ने कहा था कि आईएएस उदित प्रकाश राय अपनी एपीएआर रिपोर्ट को ऑनलाइन नहीं भेज रहे हैं। इसके बाद शक होने पर सरकार के सतर्कता विभाग ने जांच शुरू की थी। उदित प्रकाश राय 2007 बैच के वरिष्ठ आईएएस अधिकारी है।
बता दें, आईएएस उदित प्रकाश राय ने हाल ही में दिल्ली सरकार के सतर्कता विभाग के विशेष सचिव वाई वीवीजे राजशेखर के खिलाफ प्रताड़ित करने की शिकायत दी थी। शिकायत के बाद पूछताछ को लेकर राजशेखर को मिजोरम से अवकाश लेकर सतर्कता विभाग के सामने पेश होने के लिए दिल्ली बुलाया गया था, लेकिन इससे पहले ही वह अपने ऑफिस से कहीं निकल गए थे। इस दौरान उन्होंने कहा था कि जांच के नाम पर उन्हें और उनके परिवार को परेशान किया जा रहा है। उन्होंने पत्र की प्रतिलिपि मुख्य सचिव के लावा मुख्यमंत्री, एलजी और केंद्रीय गृहमंत्री को भी भेजी है।