मुंबई। बिपरजॉय (Biparjoy) तूफान ने अपना असर दिखाना शुरू कर दिया है। रात से मुंबई के कई इलाकों में बारिश होना शुरू हो गई थी। इसके अलावा तटीय इलाकों में समुद्र से ऊंची लहरों का उठना भी शुरू हो चुका है। प्रशासन ने फिलहाल लोगों को समुद्र के किनारे ना जाने की सलाह दी है। […]
मुंबई। बिपरजॉय (Biparjoy) तूफान ने अपना असर दिखाना शुरू कर दिया है। रात से मुंबई के कई इलाकों में बारिश होना शुरू हो गई थी। इसके अलावा तटीय इलाकों में समुद्र से ऊंची लहरों का उठना भी शुरू हो चुका है। प्रशासन ने फिलहाल लोगों को समुद्र के किनारे ना जाने की सलाह दी है। इसके अलावा केरल में भी इस तूफान ने अपना असर दिखाना शुरू कर दिया है। फिलहाल प्रशासन अलर्ट मोड पर है।
#WATCH | Maharashtra: High tidal waves witnessed in Mumbai as cyclone #Biparjoy intensified into a severe cyclonic storm.
(visuals from Gateway of India) pic.twitter.com/UrnR0sahtE
— ANI (@ANI) June 12, 2023
बता दें, अरब सागर में उठे चक्रवात बिपरजॉय (Biporjoy Cyclone) ने अपना रास्ता बदल लिया है। पहले इस तूफान के पाकिस्तान के तटों से टकराने की भविष्यवाणी की गई थी, लेकिन अब इस तूफान ने अपना रास्ता बदल लिया है। बिपरजॉय अब उत्तर पूर्व दिशा में बढ़ता हुआ दिखाई दे रहा है। मौसम विभाग के अनुसार 15 जून को ये तूफान गुजरात के उत्तरी तटों से टकरा सकता है।
IMD ने अपने एक बुलेटिन में कहा है कि भयंकर चक्रवात के कारण गुजरात तट पर अरब सागर में 2 से 3 मीटर ऊंची तूफानी लहरें उठ सकती है। इसके अलावा तूफान से बड़े पैमाने पर नुकसान का अंदेशा जताया गया है। बुलेटिन में कहा गया है कि गुजरात के पश्चिमी तटीय जिलों में तूफान की वजह से भयंकर बारिश और बाढ़ के हालात उत्पन्न हो सकते हैं और कच्चे- पक्के घरों को नुकसान पहुंच सकता है।
बता दें, बिपरजॉय जो पहले से ही बेहद गंभीर चक्रवाती तूफान के रूप में तब्दील हो चुका है, रविवार की शाम मुंबई से लगभग 540 किमी पश्चिम में स्थित था। ये ताकत के हिसाब से दूसरे सबसे ऊंची श्रेणी का तूफान है। पहले उम्मीद जताई गई थी कि प्रचंड चक्रवाती तूफान पाकिस्तान के कराची के तटों से टकराएगा। लेकिन अब इसने रास्ता बदल लिया है और ये गुजरात के कच्छ के अलावा पाकिस्तान के कराची तटों के कुछ हिस्सों के साथ 15 जून को टकरा सकता है।
IMD की चेतावनी के बाद गुजरात सरकार NDRF और SDRF की टीमों को तटीय इलाकों में तैनात कर रही है। इसके अलावा छह जिलों में आश्रय केंद्र स्थापित किए गए है। तूफान तटीय क्षेत्र में किस स्थान पर जमीन से टकराएगा, उसके बारे में आने वाले दिनों में स्थिति स्पष्ट हो पाएगी।