ED, Inkhabar। प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने मुंबई में 15 ठिकानों पर छापेमारी की है। प्रवर्तन निदेशालय की ये छापेमारी आदित्य ठाकरे के करीबी सूरज चव्हाण के अलावा संजय राउत के करीबी सुजीत पाटकर के घर पर भी हुई है। Maharashtra | ED is conducting raids at more than 15 locations of a few BMC officers, […]
ED, Inkhabar। प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने मुंबई में 15 ठिकानों पर छापेमारी की है। प्रवर्तन निदेशालय की ये छापेमारी आदित्य ठाकरे के करीबी सूरज चव्हाण के अलावा संजय राउत के करीबी सुजीत पाटकर के घर पर भी हुई है।
Maharashtra | ED is conducting raids at more than 15 locations of a few BMC officers, suppliers and IAS officers in Mumbai, in connection with the alleged BMC Covid scam.
— ANI (@ANI) June 21, 2023
ईडी ने ये छापेमारी कोविड के दौरान लाइफ लाइन कंपनी के अंतर्गत हुए घोटाले को लेकर की है। बता दें, कोरोना काल में मुंबई में कई कोविड केयर सेंटर बनाए गए थे। ऐसा ही एक कोविड सेंटर मुंबई के दहिसर में स्थापित किया गया था। आरोप है कि संजय राउत के बेहद करीबी बिजनेसमैन सुजीत पाटकर को बिना किसी अनुभव के ये कोविड सेंटर चलाने की अनुमति बीएमसी की तरफ से दे दी गई थी।
इसके लिए सुजीत पाटकर ने रातोंरात एक कंपनी का गठन किया, जिसका नाम लाइफलाइन हॉस्पिटल मैनेजमेंट रखा गया था। ये कोविड सेंटर 242 ऑक्सीजन बेड वाला था। उद्धव ठाकरे की सरकार के रहते हुए सुजीत पाटकर को इन कोविड केयर सेंटर को बनाने का ठेका बीएमसी की ओर से दिया गया था, जून 2020 में बीएमसी ने ये कॉन्ट्रैक्ट दिया था।
घोटाले को लेकर बीजेपी नेता किरीट सोमैया ने शिकायत दर्ज कराई थी। सोमैया ने आरोप लगाया था कि बिना किसी अनुभव के सुजीत पाटकर को तत्कालीन राज्य सरकार ने कोविड केयर सेंटर चलाने की अनुमति दे दी थी। जिसके बाद आजाद मैदान थाने में किरीट सोमैया ने लाइफलाइन अस्पताल प्रबंधन के अलावा सुजीत पाटकर और उनके तीन सहयोगियों के खिलाफ मामला दर्ज कराया था। इन सभी लोगों पर कोविड केयर सेंटर को चलाने के लिए गलत तरीके से बीएमसी से ठेके हासिल करने का आरोप है। मामला दर्ज होने के बाद ये केस आर्थिक अपराध शाखा (EOW) को सौंप दिया गया था, जिसके बाद ईडी ने मामला दर्ज कर ये कार्रवाई की है।