ताजिकिस्तान में रविवार सुबह एक बार फिर तेज भूकंप के झटके महसूस किए गए। नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी के मुताबिक, सुबह 9 बजकर 54 मिनट पर आए इस भूकंप की तीव्रता रिक्टर स्केल पर 6.1 दर्ज की गई। भूकंप का केंद्र जमीन से 10 किलोमीटर की गहराई में था। बीते 24 घंटे में यह दूसरा मौका है जब ताजिकिस्तान में धरती कांपी है। इससे पहले शनिवार दोपहर 12:30 बजे 4.2 तीव्रता का भूकंप आया था, जिसका केंद्र अफगानिस्तान-ताजिकिस्तान सीमा क्षेत्र में था।
रविवार को आए भूकंप के झटके ताजिकिस्तान के अधिकतर इलाकों में महसूस किए गए। हालांकि अब तक किसी तरह की जान-माल के नुकसान की खबर नहीं मिली है। शनिवार को भी किसी तरह की जनहानि नहीं हुई थी। लेकिन दो दिनों में दो बार तेज झटकों से लोगों में दहशत का माहौल है।
शनिवार को पूरे क्षेत्र में महसूस किए गए थे झटके
शनिवार को भारत समेत कई पड़ोसी देशों में भूकंप के झटके दर्ज किए गए थे। जम्मू-कश्मीर, पाकिस्तान, ताजिकिस्तान, टोंगा और पपुआ न्यू गिनी तक भूकंप की तीव्रता 4.0 से लेकर 6.0 तक रही। ताजिकिस्तान और पाकिस्तान में जहां झटके तेज थे, वहीं टोंगा और पपुआ न्यू गिनी में भी रिक्टर स्केल पर 6 तीव्रता का भूकंप आया।
पाकिस्तान में 5.8 तीव्रता का भूकंप
पाकिस्तान में शनिवार दोपहर आए भूकंप की तीव्रता 5.8 दर्ज की गई। इसका केंद्र रावलपिंडी के पास था। इस्लामाबाद, अटक, चकवाल, पेशावर, मर्दन, मोहमंद और शबकदर समेत पंजाब और खैबर पख्तूनख्वा के कई इलाकों में तेज झटके महसूस किए गए।
लगातार भूकंप से बढ़ी चिंता
एशियाई क्षेत्र में बीते कुछ हफ्तों से लगातार भूकंप के झटके दर्ज किए जा रहे हैं। 28 मार्च को म्यांमार में 7.7 तीव्रता का शक्तिशाली भूकंप आया था, जिससे बड़े पैमाने पर तबाही हुई थी। इसके बाद से लगातार कंपन दर्ज किए जा रहे हैं, जिससे लोगों में डर का माहौल बना हुआ है।