बेंगलुरु। देश के पूर्व प्रधानमंत्री और जनता दल (सेक्युलर) के प्रमुख एचडी देवगौड़ा ने मंगलवार को कर्नाटक में होने वाले आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर बड़ी घोषणा की है। देवगौड़ा ने चुनावों में कांग्रेस के साथ गठबंधन करने की संभावना से इंकार कर दिया है। उन्होंने कहा कि पूर्व में मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी नहीं चाहते […]
बेंगलुरु। देश के पूर्व प्रधानमंत्री और जनता दल (सेक्युलर) के प्रमुख एचडी देवगौड़ा ने मंगलवार को कर्नाटक में होने वाले आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर बड़ी घोषणा की है। देवगौड़ा ने चुनावों में कांग्रेस के साथ गठबंधन करने की संभावना से इंकार कर दिया है। उन्होंने कहा कि पूर्व में मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी नहीं चाहते हैं कि उनकी पार्टी किसी भी दल के साथ जाए। इस बार पार्टी का लक्ष्य अपने दम पर चुनाव जीतना है।
देवगौड़ा ने कहा कि, इस बार पार्टी का लक्ष्य अपने दम पर चुनाव जीतना है। इस बार कर्नाटक चुनाव में दो राष्ट्रीय दल के अलावा एक क्षेत्रीय दल लड़ाई लड़ रहा हैं। ऐसे में ये आकलन करना बहुत मुश्किल है कि इस बार किस पार्टी की सरकार बनेगी। बहुत लोगों का दावा है कि इस बार हमें बहुमत मिल सकता है। वहीं कुछ लोगों ने चुनाव के त्रिशंकु होने की बात की है। साथ ही पूर्व में रहे मुख्यमंत्रियों को लेकर भी कई तरह के सर्वेक्षण आए हैं। सर्वेक्षण में एचडी कुमारस्वामी को सबसे बड़ा नेता बताया गया है।
वहीं JD(S) के वोट शेयर की बात की जाए तो 2008 के बाद से इसमें बढ़ोतरी देखने को मिली है। इसके अलावा JD(S) अपने गढ़ साउथ कर्नाटक में भी काफी ज्यादा मजबूत है। वहीं राज्य की कुछ चुनिंदा सीटों को छोड़ दिया जाए तो राज्य के अन्य हिस्सों में पार्टी की स्थिति कमजोर है। अगर इन चुनावों में जेडीएस के वोटों में बढ़ोतरी होती है तो इसका सीधा नुकसान कांग्रेस को होगा, इसकी वजह यह है कि ऐसी कई सीटें हैं जिन पर कांग्रेस और JD(S) के उम्मीदवारों के बीच सीधी टक्कर होती है, जिसका सीधा फायदा भाजपा को मिलने वाला है। ऐसे में जो मतदाता बीजेपी सरकार से नाखुश हैं उन्हें कांग्रेस को JD(S) में जाने से रोकना होगा।