नई दिल्ली: सोमवार(13 मार्च) को शराब घोटाला मामले में ED हैदराबाद के व्यवसायी अरुण रामचंद्र पिल्लई की रिमांड खत्म होने पर उन्हें दिल्ली के राउज एवेन्यू कोर्ट में पेश किया गया. इस दौरान उन्हें अदालत ने फिर तीन दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया. ED की मांग पर अदालत ने अरुण पिल्लई की रिमांड […]
नई दिल्ली: सोमवार(13 मार्च) को शराब घोटाला मामले में ED हैदराबाद के व्यवसायी अरुण रामचंद्र पिल्लई की रिमांड खत्म होने पर उन्हें दिल्ली के राउज एवेन्यू कोर्ट में पेश किया गया. इस दौरान उन्हें अदालत ने फिर तीन दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया. ED की मांग पर अदालत ने अरुण पिल्लई की रिमांड को तीन दिनों के लिए और बढ़ा दिया है.
Rouse Avenue Court extends the ED remand of Hyderabad-based businessman Arun Ramchandra Pillai by 3 more days in connection with its ongoing probe in 'Delhi Excise Policy 2021-22 money laundering case'.
— ANI (@ANI) March 13, 2023
जानकारी के अनुसार कारोबारी अरुण पिल्लई की गिरफ्तारी ब्रिंडको सेल्स प्राइवेट लिमिटेड के निदेशक शराब कारोबारी अमनदीप ढाल की गिरफ्तारी के बाद हुई पूछताछ के आधार पर की गई. प्रवर्तन निदेशालय की मानें तो पूरे घोटाले में अरुण पिल्लई की काफी सक्रीय भूमिका रही. वह के कविता के प्रतिनिधि के रूप में काम किया करते थे.
बता दें, हाल ही में हैदराबाद के वट्टीनगुलापल्ली में पिल्लई के स्वामित्व वाली 2.25 करोड़ रुपये की भूमि पार्सल कुर्की की गई थी। पहले चार्जशीट में ED ने दावा किया है कि विजय नायर ने आम आदमी पार्टी के नेताओं की ओर से साउथ ग्रुप से 100 करोड़ रुपये की रिश्वत ली थी. इस कथित रिश्वतखोरों नेताओं में श्रीनिवासुलु रेड्डी, राघव मगुंटा, सरथ रेड्डी और के. कविता तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव की बेटी का नाम भी शामिल है.
इस बारे में जानकारी देते हुए अधिकारियों ने बताया कि कविता 16 मार्च को रात करीब 8 बजे अब्दुल कलाम रोड पर स्थित एजेंसी के मुख्यालय से घर जाने के लिए रवाना हुई। आपको बता दें, कविता डेढ़ किलोमीटर दूर स्थित तुगलक रोड स्थित अपने पिता के सरकारी आवास से ईडी के दफ्तर पहुंची थी। बता दें, के कविता के पेश होने से पहले ईडी ऑफिस में भारी सख्या में सुरक्षाबलों को तैनात किया गया था। इस दौरान बीआरएस समर्थकों ने रोड पर प्रदर्शन भी किया। आपको बता दें, कविता को एजेंसी के दफ्तर इसलिए बुलाया गया था ताकि उनको और हैदराबाद के कारोबारी अरुण रामचंद्रन पिल्लई को आमने-सामने पेश किया जाए। पिल्लई भी इसी हफ्ते गिरफ्तार हुए थे।
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