नई दिल्ली। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल बुधवार को पूर्व शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया के लिए भावुक हो गए। बवाना के दरियापुर गांव में नए स्कूल ऑफ स्पेशलाइज्ड एक्सीलेंस की शुरुआत के दौरान केजरीवाल ने कहा कि उन्हें मनीष सिसोदिया की बहुत याद आ रही है। इस दौरान केजरीवाल का गला भर आया और उनकी […]
नई दिल्ली। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल बुधवार को पूर्व शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया के लिए भावुक हो गए। बवाना के दरियापुर गांव में नए स्कूल ऑफ स्पेशलाइज्ड एक्सीलेंस की शुरुआत के दौरान केजरीवाल ने कहा कि उन्हें मनीष सिसोदिया की बहुत याद आ रही है। इस दौरान केजरीवाल का गला भर आया और उनकी आंखें भी नम हो गई।
इस दौरान शिक्षा व्यवस्था पर बात करते हुए अरविंद केजरीवाल ने कहा कि, अच्छी शिक्षा देकर गरीबी को दूर किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि आजादी के बाद सरकारी स्कूलों पर सबसे अधिक खर्च किया गया होता तो 1970 तक देश की गरीबी दूर हो गई होती। इस दौरान केजरीवाल ने दिल्ली के पूर्व शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया को याद किया और उनका नाम लेते ही भावुक हो गए। इस दौरान कार्यक्रम में मौजूद लोग मनीष सिसोदिया और केजरीवाल के समर्थन में नारेबाजी करने लगे।
इस दौरान उन्होंने कहा कि आज मनीष जी की बहुत याद आ रही है। ये उनका सपना था। कुछ लोग चाहते हैं कि दिल्ली की शिक्षा क्रांति खत्म हो जाए। उसे खत्म नहीं होने देंगे। पानी पीने के बाद केजरीवाल ने खुद को संभाला और कहा कि, मनीष जी ने इसकी शुरुआत की थी। उनका सपना था कि हर बच्चे को अच्छी से अच्छी शिक्षा मिलनी चाहिए। जिन्होंने झूठे आरोप लगाकर और फर्जी मुकदमे लगाकर इतने अच्छे आदमी को इतने महीनों से जेल में डाला है।
उन्होंने कहा कि, सिसोदिया को जेल में इसलिए डाला गया क्योंकि वह अच्छे स्कूल बना रहे है। जिसके कारण बच्चों को अच्छी शिक्षा मिल रही है। अगर वह स्कूल नहीं बना रहे होते और बच्चों को नहीं पढ़ा रहे होते तो उसे जेल में नहीं डालते। उनके तकलीफ हो रही है कि अच्छे स्कूल बन रहे हैं, तो इससे आम आदमी पार्टी का प्रचार होता है। मैं जहां भी जाता हूं देशभर में लोग यही बात करते हैं कि दिल्ली के स्कूल अच्छे हो गए। नतीजे अच्छे आ रहे हैं। मनीष सिसोदिया यदि आपके लिए काम नहीं करते, उन्हें जेल नहीं होती।