नई दिल्ली। पूर्वी-मध्य और दक्षिण पूर्वी अरब सागर पर बना चक्रवाती तूफान बिपरजॉय अब गोवा के समुद्री तट से 890 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। भारत मौसम विभाग ने अनुमान जताया है कि अगले 24 घंटों में ये तूफान कोंकण के तटीय इलाके रायगढ़, रत्नागिरि और सिंधुदर्ग के अलावा मुंबई, ठाणे और पालघर से […]
नई दिल्ली। पूर्वी-मध्य और दक्षिण पूर्वी अरब सागर पर बना चक्रवाती तूफान बिपरजॉय अब गोवा के समुद्री तट से 890 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। भारत मौसम विभाग ने अनुमान जताया है कि अगले 24 घंटों में ये तूफान कोंकण के तटीय इलाके रायगढ़, रत्नागिरि और सिंधुदर्ग के अलावा मुंबई, ठाणे और पालघर से टकरा सकता है। इस दौरान तेज हवाओं के साथ ही बारिश देखने को मिल सकती है।
Severe cyclonic storm Biparjoy over eastcentral and adjoining southeast Arabian Sea lays about 890 km west-southwest of Goa. It is likely to move nearly northwards and intensify into a very severe cyclonic storm during the next 24 hrs: India Meteorological Department pic.twitter.com/1Ki5CnXN9p
— ANI (@ANI) June 7, 2023
बता दें, बिपारजॉय अरब सागर में बनने वाला पहला चक्रवाती तूफान है। इस तूफान का बिपरजॉय नाम बांग्लादेश द्वारा दिया गया है। तूफान के चलते कोंकण, गोवा और महाराष्ट्र के तटों पर 8 से 10 जून के बीच समुद्र में बहुत ऊंची लहरों के उठने की भी संभावना है। जिसके लिए विभाग ने समुद्र में उतरे मछुआरों को तट पर लौटने की सलाह भी दी है।
गोवा और मुंबई के अलावा मौसम विभाग ने गुजरात के तटीय इलाकों के लिए भी अलर्ट जारी किया है। सभी बंदरगाहों को अलर्ट मोड़ पर रहने को कहा गया है। तूफान के चलते प्रशासन ने गुजरात के उतर और दक्षिण में स्थित बंदरगाहों पर डिस्टैंट कॉशनरी-1 सिग्नल प्रणाली सक्रिय करने की बात की है। मौसम विभाग के मुताबिक डीसी-1 को किसी बंदरगाह पर तब सक्रिय किया जाता है, जब समुद्र में गहरे दबाव की स्थिति बनती है। इसके अलावा मौसम विभाग ने तूफान के कारण मानसून के एक बार फिर देरी से आने की संभावना जताई है।