Bihar Crime News: बिहार की राजधानी पटना से सटे नौबतपुर थाना क्षेत्र के नवही गांव में बुधवार रात एक सनसनीखेज वारदात ने इलाके को हिलाकर रख दिया. बेखौफ अपराधियों ने बालू कारोबारी मनीष कुमार उर्फ मोनू (29 वर्ष) को दौड़ा-दौड़ाकर गोलियों से छलनी कर दिया. इस निर्मम हत्या से गांव में दहशत का माहौल है और लोग आक्रोशित होकर सड़कों पर उतर आए हैं. पुलिस ने मामले की गंभीरता को देखते हुए तत्काल कार्रवाई शुरू कर दी है लेकिन अभी तक हत्यारे पकड़े नहीं गए हैं.
घटना का भयावह मंजर
जानकारी के मुताबिक बुधवार रात मनीष कुमार उर्फ मोनू अपने तीन दोस्तों के साथ गांव से बाहर एक बगीचे में बैठा था. इसी दौरान अचानक हथियारबंद अपराधियों ने उसे घेर लिया. मोनू ने भागने की कोशिश की लेकिन शूटरों ने उसे दौड़ाकर पीछा किया और ताबड़तोड़ चार गोलियां मारीं. गोलियां उसके सीने और पेट में लगीं. जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गया. परिजनों ने उसे तुरंत अस्पताल पहुंचाया लेकिन रास्ते में ही उसने दम तोड़ दिया. डॉक्टरों ने अस्पताल पहुंचते ही उसे मृत घोषित कर दिया.
आपसी रंजिश या सुपारी किलिंग?
पुलिस की प्रारंभिक जांच में हत्या के पीछे आपसी रंजिश की आशंका जताई जा रही है. सूत्रों का कहना है कि नौबतपुर और इसके आसपास सक्रिय एक कुख्यात बाप-बेटे के गैंग पर शक की सुई घूम रही है. चर्चा है कि इस गैंग ने किसी अन्य पक्ष से सुपारी लेकर मोनू की हत्या को अंजाम दिया. हालांकि पुलिस अभी इसकी पुष्टि नहीं कर रही है और सभी संभावनाओं की जांच में जुटी है. सिटी एसपी (पश्चिमी) सरथ आरएस ने कहा ‘हम सीसीटीवी फुटेज की जांच कर रहे हैं और अपराधियों की पहचान के लिए छापेमारी जारी है.’
अपराध का बढ़ता ग्राफ
यह घटना पटना में अपराध की बढ़ती घटनाओं का एक और उदाहरण है. नौबतपुर जैसे इलाके जो बालू कारोबार के लिए जाने जाते हैं. अक्सर आपसी रंजिश और गैंगवार की चपेट में आते हैं. इस हत्या ने एक बार फिर कानून-व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं. ग्रामीणों का कहना है कि अगर पुलिस समय पर सक्रिय होती तो शायद यह वारदात टल सकती थी. पटना पुलिस अब इस मामले को प्राथमिकता से सुलझाने में जुटी है. क्या यह हत्या निजी दुश्मनी का नतीजा है या संगठित अपराध का हिस्सा. यह जांच के बाद ही साफ हो पाएगा.
यह भी पढ़ें – औरंगजेब विवाद के बीच ‘छावा’ फिल्म पर प्रतिबंध करने की मांग, मौलाना रजवी ने अमित शाह को लिखा पत्र