नई दिल्ली। दिल्ली में एच3एन2 के मामले में बढ़ोतरी के साथ ही अब कोरोना के केस एक बार फिर बढ़ने लगे हैं। सोमवार को इस साल में पहली बार कोरोना के 13 से मामले सामने आए है। वहीं इस दौरान संक्रमण दर भी बढ़कर तीन फीसदी से अधिक हो चुकी है। डॉक्टरों की माने तो […]
नई दिल्ली। दिल्ली में एच3एन2 के मामले में बढ़ोतरी के साथ ही अब कोरोना के केस एक बार फिर बढ़ने लगे हैं। सोमवार को इस साल में पहली बार कोरोना के 13 से मामले सामने आए है। वहीं इस दौरान संक्रमण दर भी बढ़कर तीन फीसदी से अधिक हो चुकी है। डॉक्टरों की माने तो एच3एन2 इन्फ्लूएंजा वायरस ज्यादा संक्रामक है, जिसके लक्षण कोरोना से मिलते- जुलते हैं।
वही दिल्ली के स्वास्थ्य विभाग ने सोमवार को कोरोना के 13 नए मामले सामने आने की पुष्टि की है। बता दें, इस साल में यह सबसे अधिक कोरोना के केस है। इससे पहले 29 दिसंबर को कोरोना के 11 मामले सामने आए थे। वही रविवार को दिल्ली में 401 लोगों की कोरोना जांच हुई, जिसमें 3.24 फीसदी लोग कोरोना संक्रमित पाए गए है।
हालांकि इसमें राहत की बात है कि किसी मरीज की कोरोना के कारण मौत नही हुई है। बता दें , दिल्ली में इस समय कोरोना के 38 सक्रिय मरीज हैं। इनमें से 20 मरीज घरों में जबकि पांच मरीज अस्पतालों में भर्ती हैं। इन पांच मरीजों में दो मरीज आईसीयू में जबकि एक ऑक्सीजन सपोर्ट पर है।
दिल्ली में एच3एन2 वायरस के मामले बढ़ने पर डॉक्टरों ने पहले से बीमार और बुजुर्गां को फ्लू का टीका लगवाने की सलाह दी है। एम्स के मेडिसिन विभाग के प्रोफेसर डॉक्टर नवल विक्रम का कहना है कि 50 साल से अधिक उम्र के लोगों पर फ्लू का असर ज्यादा हो सकता है। ऐसे में उन्हें इन्फ्लूएंजा का टीका लगवाना चाहिए। पहले से ही दिल के मरीज मधुमेह के मरीज और अन्य किडनी, लिवर की बीमारियों से पीड़ित लोगों को भी इन्फ्लूएंजा का टीका लगवाना चाहिए।