जयपुर। राजस्थान के भरतपुर जिले में देर रात मूर्ति लगाने को लेकर दो जातियों के बीच विवाद खड़ा हो गया । जानकारी के अनुसार 12 अप्रैल को भरतपुर जिले के नदबई क्षेत्र में बाबा साहब अंबेडकर की प्रतिमा लगाने का मामला इतना ज्यादा बढ़ गया कि इलाके में दंगे जैसे हालात होने लगे। इस दौरान […]
जयपुर। राजस्थान के भरतपुर जिले में देर रात मूर्ति लगाने को लेकर दो जातियों के बीच विवाद खड़ा हो गया । जानकारी के अनुसार 12 अप्रैल को भरतपुर जिले के नदबई क्षेत्र में बाबा साहब अंबेडकर की प्रतिमा लगाने का मामला इतना ज्यादा बढ़ गया कि इलाके में दंगे जैसे हालात होने लगे। इस दौरान विरोध करने वाले पक्ष ने जमकर नारेबाजी की और चक्का जाम कर दिया, जब मामले को शांत कराने के पुलिस आई तो प्रदर्शनकारियों ने उन पर भी पथराव कर दिया, बताया जा रहा है पथराव में पुलिस के कई जवानों को चोट आई हैं।
राजस्थान में दिसंबर महीने में चुनाव होने वाले है। जिसके चलते सभी नेता अपनी विधानसभा क्षेत्रों में चुनावी वादों को पूरा करने के लिए लगे हुए हैं। इसी दौरान बताया जा रहा है कि नदबई से कांग्रेस विधायक जोगेंद्र सिंह और पर्यटन मंत्री विश्वेंद्र सिह ने बुधवार शाम को प्रेसवार्ता करते हुए 14 अप्रैल को बैलारा बाईपास चौराहे पर बाबा साहब अंबेडकर की मूर्ति लगाने का ऐलान किया। इसके अलावा उन्होंने डेहरा मोड़ पर भगवान परशुराम और महाराज सूरजमल की मूर्तियों की पट्टियों का भूमि पूजन करने का ऐलान भी किया। इस दौरान प्रशासन द्वारा भी महाराजा सूरजमल की मूर्ति को लगाए जाने के आदेश जारी कर दिए गए थे।
लेकिन मंत्री जी की इस घोषणा के बाद ही बैलारा क्षेत्र के जाट लोगों ने इसका विरोध करना शुरू कर दिया। विरोध में जाट समाज के लोगों ने अंबेडकर की जगह भरतपुर के संस्थापक महाराज सूरजमल की मूर्ति को लगाने की मांग रख दी। इसके बाद जाट समाज के कुछ सदस्य कांग्रेस विधायक जोगेंद्र सिंह अवाना के खिलाफ धरने पर बैठ गए। धरने पर बैठने के दौरान ही प्रदर्शनकारियों ने सड़क पर चक्का जाम शुरू कर दिया। इसके बाद प्रदर्शनकारी बीच सड़क पर आकर उपद्रव करने लगे। बवाल ज्यादा बढ़ता देख स्थानीय लोगों ने तुरंत पुलिस को सूचना दी । इसके बाद जब पुलिस प्रदर्शनकारियों को शांत कराने के लिए पहुंची तो उन्होंने पुलिस की गाड़ियों पर ही पथराव कर दिया।
मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस ने हालात को काबू करने के लिए आंसू गैस के गोले का भी इस्तेमाल किया। लेकिन इसके बाद भी प्रदर्शनकारियों ने अपना विरोध जारी रखा। सूचना पर पुलिस के आला अधिकारी भी मौके पर पहुंच गए। बताया जा रहा है बीते कई दिनों से क्षेत्र के लोग डेहरा मोड़ चौराहे पर भी महाराजा सूरजमल की मूर्ति लगाए जाने को लेकर धरना प्रदर्शन कर रहे हैं।