नई दिल्ली। माफिया अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ अहमद की कल रात गोली मारकर हत्या कर दी गई। हत्या करने वाले तीनो आरोपी पुलिस की कस्टडी में है। इस वारदात में पुलिस की नाकामयाबी मानी जा रही है। माफिया के सुरक्षा में तैनात 17 पुलिस कर्मियों को सस्पेंड कर दिया गया है। वहीं विपक्षी […]
नई दिल्ली। माफिया अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ अहमद की कल रात गोली मारकर हत्या कर दी गई। हत्या करने वाले तीनो आरोपी पुलिस की कस्टडी में है। इस वारदात में पुलिस की नाकामयाबी मानी जा रही है। माफिया के सुरक्षा में तैनात 17 पुलिस कर्मियों को सस्पेंड कर दिया गया है। वहीं विपक्षी पार्टियां भी बीजेपी पर लगातार हमलावर है। इसी सिलसिले मे कांग्रेस के पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने भी ट्वीट करके बीजेपी पर निशाना साधा है।
कांग्रेस नेता ने आगे कहा कि, ‘ये अधिकार किसी सरकार को, किसी नेता को या क़ानून का उल्लंघन करने वाले व्यक्तियों को नहीं दिया जा सकता है। गोली-तंत्र और भीड़ तंत्र की वकालत करने वाले केवल संविधान को ध्वस्त करते हैं। समाज में किसी को डराने व धमकाने के लिए जो भी हमारी न्याय प्रणाली में राजनैतिक उद्देश्य से दखलअंदाज़ी करता है, अपराधी के साथ वो भी दंड का भागीदार है। किसी भी मुजरिम को सख़्त से सख़्त सजा मिले, इसके लिए अदालतें हैं। क़ानून व्यवस्था से खिलवाड़ करना केवल अराजकता को जन्म देता है।’
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि, ‘देश का संविधान उन लोगों ने बनाया है, जो आज़ादी के लिए लड़े थे। हमारा इसी संविधान और क़ानून को सर्वोच्च स्थान प्राप्त है। इससे खिलवाड़ करने की अनुमति किसी को नहीं दी जा सकती है। अपराधी की सजा का फ़ैसले का अधिकार न्यायपालिका का है।’
कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी ने कहा कि, ‘हमारे देश का कानून संविधान से लिखा गया है। यहां पर कानून सर्वोपरि है। अपराधियों को कड़ी से कड़ा सजा मिलनी चाहिए, लेकिन ये देश के कानून के तहत होनी चाहिए।’ उन्होंने आगे कहा कि ‘अगर किसी भी सियासी मकसद से कानून के राज और न्यायिक प्रकिया से खिलवाड़ किया जाता है या फिर उल्लघंन किया जाता है तो ये लोकतंत्र के लिए सही नहीं है।’
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने एक और ट्वीट किया, जिसमें उन्होंने लिखा कि, ‘जो भी ऐसा अपराध करता है या फिर ऐसा करने वालों को सरंक्षण देता है, उसको भी जिम्मेदार ठहराया जाना चाहिए और उस पर भी सख्ती से कानून लागू होना चाहिए। भारत में न्याय और कानून के राज का इकबाल बुलंद हो, हम सबकी कोशिश यही होनी चाहिए।’