पटना। गंगा नदी पर बन रहे पुल के दूसरी बार गिरने के बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अपर मुख्य सचिव प्रत्यय अमृत पथ निर्माण विभाग को पुल के सुपर स्ट्रक्चर टूटकर गिरने की घटना की विस्तृत जांच कराने और दोषियों को चिन्हित कर कठोर कार्रवाई सुनिश्चित करने का निर्देश दिया है। वहीं मामले को लेकर […]
पटना। गंगा नदी पर बन रहे पुल के दूसरी बार गिरने के बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अपर मुख्य सचिव प्रत्यय अमृत पथ निर्माण विभाग को पुल के सुपर स्ट्रक्चर टूटकर गिरने की घटना की विस्तृत जांच कराने और दोषियों को चिन्हित कर कठोर कार्रवाई सुनिश्चित करने का निर्देश दिया है। वहीं मामले को लेकर भाजपा ने नीतीश सरकार से नैतिकता के आधार पर इस्तीफा देने की मांग की है।
वहीं पुल के गिरने पर उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने कहा कि, बिहार सरकार को इस बात की आशंका थी कि पुल के डिजाइन में ही कोई गड़बड़ी है। इसलिए पुल की जांच आईआईटी रूढ़की से आए विशेषज्ञों के द्वारा की जा रही थी। कई सेगमेंट को पहले ही हमारे विभाग ने तोड़ा दिया था, जांच के बाद हमने कई सेंगमेंट ध्वस्त किए क्योंकि इसके डिजाइन में फाल्ट था। हमारा निर्णय था कि इसे पूरा तोड़कर फिर से नया बनाया जाए क्योंकि रिस्क नहीं लेना है। किसी भी हालत में इस पुल का निर्माण फिर से होगा। तेजस्वी यादव ने स्षप्ट किया कि सरकार इस मामले में पुल निर्माण करने वाली कंपनी से ही पैसा वसूल करेगी।
वहीं भाजपा भी महागठबंधन की सरकार पर जमकर हमला कर रही है। केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे ने तो सीएम नीतीश कुमार और डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव से उनका इस्तीफा ही मांग लिया है। उन्होंने कहा कि पुल गिरने की नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए चाचा-भतीजा को इस्तीफा देना चाहिए। ये निर्माणाधीन पुल दो बार गिर चुका है। नीतीश कुमार में अगर जरा भी नैतिकता बची है तो वह तुरंत इस्तीफा दे दें।