पटना। लोजपा (आर) के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान ने आज श्रीकृष्णापुरी स्थित पार्टी मुख्यालय के दफ्तर में पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के साथ बैठक की। इस दौरान बैठक को लेकर पार्टी के मुख्य प्रवक्ता राजेश भट्ट ने बताया कि चिराग पासवान के नेतृत्व में पार्टी मुख्यालय में गठबंधन के स्वरूप को लेकर विस्तृत चर्चा की […]
पटना। लोजपा (आर) के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान ने आज श्रीकृष्णापुरी स्थित पार्टी मुख्यालय के दफ्तर में पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के साथ बैठक की। इस दौरान बैठक को लेकर पार्टी के मुख्य प्रवक्ता राजेश भट्ट ने बताया कि चिराग पासवान के नेतृत्व में पार्टी मुख्यालय में गठबंधन के स्वरूप को लेकर विस्तृत चर्चा की गई है। ऐसे में सभी लोगों में आपसी सहमति बनी है कि गठबंधन को लेकर जो अंतिम फैसला चिराग पासवान लेंगे उसे सबको मानना होगा।
पार्टी की बैठक के बाद चिराग पासवान ने कहा कि बैठक के बाद पार्टी के पदाधिकारियों ने गठबंधन को लेकर कोई भी फैसला लेने के लिए मुझे अधिकृत किया है। फिलहाल अभी पार्टी की 2-3 बैठक होनी है। इसके बाद ही गठबंधन को लेकर कोई फैसला हो पाएगा। पार्टी की बैठक के बाद चिराग पासवान ने पत्रकारों से बात करते हुए मंत्री बनने के सवाल को भी टाल दिया। इसके बाद वह सीधे दिल्ली के लिए रवाना हो गए। बताया जा रहा है कि दिल्ली में चिराग बीजेपी आलाकमान से मुलाकात कर सकते हैं।
इससे पहले आज सुबह केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय अचानक लोजपा (आर) प्रमुख चिराग पासवान से मुलाकात करने उनके आवास पहुंचे थे। मुलाकात के बाद नित्यानंद राय ने मीडिया से भी बात की। उन्होंने कहा कि चिराग पासवान के साथ हमारा संबंध काफी ज्यादा पुराना है। हम लोगों की मुलाकात होती है तो हमेशा चर्चा का विषय ये ही रहता है कि कैसे बिहार और देश की तरक्की की जा सकती है। महागठबंधन को लेकर नित्यानंद ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनके काम को देखकर सारी विपक्षी पार्टियां घबरा गई हैं।
लेकिन इन लोगों के पास प्रधानमंत्री की तरह ना ही कोई बड़ा नेता है और ना ही गठबंधन को चलाने के लिए कोई नीति। पार्टी को कैसे चलाया जाता है ? इन लोगों को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से सीखना चाहिए। ये लोग एकजुट होकर भाजपा को हराने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन बिहार और देश की जनता 2024 में तीसरी बार भाजपा को जीताकर पीएम नरेंद्र मोदी को देश की कमान देगी। इसके कारण ही सारा विपक्ष यानि महागठबंधन घबरा गया हैं।