इस्कॉन के जनरल सेक्रेटरी चारू चंद्र दास ब्रह्मचारी ने कहा कि हमारे संगठन को बदनाम करने की कोशिश हो रही है. बांग्लादेश में हो रहे प्रदर्शनों में हमारा कोई भी रोल नहीं है.
नई दिल्ली: बांग्लादेश इस्कॉन ने गुरुवार को बड़ा फैसला लिया. इस्कॉन ने चिन्मय प्रभु को सभी पदों से मुक्त कर दिया. इस्कॉन के जनरल सेक्रेटरी चारू चंद्र दास ब्रह्मचारी ने बताया कि चिन्मय प्रभु की अनुशासनहीनता से संगठन को काफी नुकसान हो रहा है. इसके साथ ही ब्रह्मचारी ने कहा कि चिन्मय प्रभु की गतिविधियों से अब इस्कॉन का कोई भी ताल्लुक नहीं है.
इस्कॉन के जनरल सेक्रेटरी चारू चंद्र दास ब्रह्मचारी ने कहा कि हमारे संगठन को बदनाम करने की कोशिश हो रही है. बांग्लादेश में हो रहे प्रदर्शनों में हमारा कोई भी रोल नहीं है. हमें बेवजह बदनाम किया जा रहा है. जनरल सेक्रेटरी ने कहा कि सड़क दुर्घटना में हो रही मौत को भी जबरदस्ती हमसे जोड़ दिया जा रहा है.
बता दें कि इससे पहले गुरुवार की दोपहर ढाका हाईकोर्ट ने इस्कॉन को बैन करने की मांग को खारिज कर दिया. कोर्ट ने कहा कि अगर इस्कॉन गैर-कानूनी गतिविधियों में लिप्त पाया जाता है तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाए. लेकिन हम संगठन पर बैन नहीं लगा सकते हैं. वहीं, बांग्लादेशी सरकार ने अदालत को बताया कि इस्कॉन मामले में अब तक 3 केस दर्ज हुए हैं. इसके साथ ही 30 से ज्यादा लोगों को गिरफ्तार किया गया है.
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