नई दिल्ली। देश की राजधानी दिल्ली के जंतर-मंतर पर रविवार से भारतीय कुशती संघ के अध्यक्ष द्वारा किए गए यौन उत्पीड़न को लेकर सभी पहलवान एक बार फिर धरना प्रदर्शन कर रहे हैं। पहलवानों का कहना है कि जब तक उन्हें न्याय नहीं मिलेगा, वे धरने से पीछे हटने वाले नहीं है। इस धरने में […]
नई दिल्ली। देश की राजधानी दिल्ली के जंतर-मंतर पर रविवार से भारतीय कुशती संघ के अध्यक्ष द्वारा किए गए यौन उत्पीड़न को लेकर सभी पहलवान एक बार फिर धरना प्रदर्शन कर रहे हैं। पहलवानों का कहना है कि जब तक उन्हें न्याय नहीं मिलेगा, वे धरने से पीछे हटने वाले नहीं है। इस धरने में बजरंग पूनिया, विनेश फोगाट, साक्षी मलिक के साथ ही देश के कई नामचीन पहलवान शामिल हैं। इस बीच WFI के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह दिल्ली पहुंच चुके है। बता दें, सुप्रीम कोर्ट द्वारा मामले को लेकर 28 अप्रैल को सुनवाई होनी है, जिसके चलते बृजभूषण शरण सिंह दिल्ली पहुंचे है।
ओलंपिक पदक विजेता बजरंग पुनिया ने कहा कि, जिन एथलीट लड़कियों ने अध्यक्ष के खिलाफ शिकायत की है उन पर WFI के अधिकारियों द्वारा दबाव डाला जा रहा है। WFI के अधिकारी उनके घर जा कर पैसों की पेशकश कर रहे हैं। अगर इन लड़कियों के साथ कुछ होता है, तो इसकी जिम्मेदार पुलिस और सरकार होगी। मुझे इस बात की जानकारी नहीं है कि इन लोगों को हमारे घरों का पता कैसे चला।
अभी कुछ देर पहले पहलवानों के समर्थन में हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस नेता भूपेंद्र सिंह हुड्डा शामिल होने के लिए जंतर-मंतर पहुंच गए है। बता दें, भारतीय कुश्ती संघ के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह द्वारा महिला पहलवानों के साथ किए गए यौन उत्पीड़न को लेकर सभी पहलवान आंदोलन कर रहे है। वहीं इस मामले को लेकर सुप्रीम कोर्ट में भी 28 अप्रैल को सुनवाई होनी है।
इससे पहले सुप्रीम कोर्ट ने आज पहलवानों की याचिका पर दिल्ली पुलिस को नोटिस जारी कर जवाब मांगा है। बता दें, पहलवानों द्वारा दायर की गई याचिका पर भारत के प्रधान न्यायाधीश डी.वाई. चंद्रचूड़ ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय स्तर के खेलों में भारत का प्रतिनिधित्व करने वाले पहलवानों ने अपनी याचिका में यौन उत्पीड़न के गंभीर आरोप लगाए हैं। हमें इस मामले पर विचार करने की जरूरत है।