नई दिल्ली। इस बार का 15वां ब्रिक्स शिखर सम्मेलन का आयोजन दक्षिण अफ्रीका में होने जा रहा है। कोरोना महामारी के बाद व्यक्तिगत रूप से आयोजित होने वाला यह पहला ब्रिक्स शिखर सम्मेलन होगा। लेकिन इस बार की बैठक में रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन शामिल नहीं हो रहे है। बताया जा रहा है कि पुतिन वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए इस सम्मेलन में हिस्सा लेंगे।
रूसी राष्ट्रपति के प्रवक्ता दिमित्री पेसकोव ने कहा कि राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने वीडियो क्रॉन्फ्रेंस के जरिए ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में शामिल होने का फैसला किया है। वहीं विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव व्यक्तिगत रूप से शिखर सम्मेलन में शामिल होंगे। बताया जा रहा है कि यूक्रेन से जारी जंग के बीच पश्चिमी देशों द्वारा लगाए गए प्रतिबंधों के कारण रूस के राष्ट्रपति ने यह फैसला लिया है।
इससे पहले 14वां ब्रिक्स शिखर सम्मेलन 23-24 जून 2022 को चीन के राष्ट्रपित शी जिनपिंग की अध्यक्षता में वर्चुअल माध्यम से हुआ था। इसमें पीएम मोदी, ब्राजील के तत्कालीन राष्ट्रपति जायर बोल्सोनारो, रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति सिरिल रामफोसा शामिल हुए थे।
ब्रिक्स दुनिया की पांच सबसे तेजी से उभरती अर्थव्यवस्थाओं का एक समूह है। ब्रिक्स अंग्रेजी के अक्षर BRICS से बना है, जिसमें हर अक्षर एक देश का प्रतिनिधित्व करता है। ये देश ब्राजील, रूस, भारत, चीन और दक्षिण अफ्रीका है। ब्रिक्स की शिखर स्तर की पहली आधिकारिक बैठक 16 जून 2009 को रूस के येकाटेरिंगबर्ग में हुई थी। इसके बाद साल 2010 में ब्रिक्स का शिखर सम्मेलन ब्राजील की राजधानी ब्रासिलिया में हुआ था। इसी वर्ष इससे दक्षिण अफ्रीका के साथ जुड़ने के साथ ये ब्रिक से ब्रिकस बन गया था।