प्रयागराज। माफिया अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की हत्या हुए 9 दिन हो गए है। इस बीच अतीक मामले को लेकर रोज नए खुलासे किए जा रहे हैं। इसी बीच खबर है कि सोमवार को प्रयागराज के चकिया स्थित उसके दफ्तर में कई जगह खून के धब्बे मिले है। इसके साथ ही खून में […]
प्रयागराज। माफिया अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की हत्या हुए 9 दिन हो गए है। इस बीच अतीक मामले को लेकर रोज नए खुलासे किए जा रहे हैं। इसी बीच खबर है कि सोमवार को प्रयागराज के चकिया स्थित उसके दफ्तर में कई जगह खून के धब्बे मिले है। इसके साथ ही खून में सनी चाकू, चूड़िया और साड़ी की बरामदगी पुलिस को हुई है। फिलहाल सभी बड़े अधिकारी घटना स्थल पर पहुंच गए हैं, और मामले को लेकर पड़ताल की जा रही है।
मामले को लेकर पुलिस अधिकारियों ने कहा कि छानबीन करने के दौरान अतीक के दफ्तर से खून के धब्बे दिखाई दिए है, फिलहाल FSL की टीम को बुला लिया गया है। चकिया कर्बला स्थित माफिया अतीक अहमद के इस दफ्तर को दो साल पहले सरकार द्वारा ध्वस्त कर दिया गया था। वहीं कुछ हिस्सा अभी भी बचा हुआ, जबकि आधा हिस्सा जो वैध था उसको पीडीए द्वारा कि गई कार्रवाई में गिरा दिया गया था। फिलहाल अतीक के दफ्तर में खून के धब्बों के साथ खून से सना हुआ चाकू भी मिला है।
अब अतीक के दफ्तर में खून के धब्बे मिलने के बाद प्रशासन के ऊपर सवाल खड़े किए जा रहे हैं कि अभी तक इस दफ्तर को सील क्यों नहीं किया गया था। बताया जा रहा है कि ये दफ्तर कई तरफ से खुला है और यहां कोई भी आ- जा सकता है।
बता दें, अतीक के इसी दफ्तर से 21 मार्च को पुलिस ने 72 लाख 27 हजार रुपए की नकदी के अलावा, विदेशी पिस्टल समेत 10 असलहे, मैगजीन, 112 कारतूस और 6 मोबाइल फोन बरामद किए थे। बताया जाता है कि इस दफ्तर में 2007 तक अक्सर हलचल होती रहती थी। लेकिन बाद में बसपा की सरकार बनने के बाद यहां फिर सन्नाटा हो गया। इसके बाद 2012 में एक बार फिर अखिलेश सरकार बनी तो यहां फिर हलचल शुरू हुई। हालांकि कुछ समय बाद ही समाजवादी पार्टी ने अतीक से पल्ला झाड़ लिया था।