Global Warming: बिपरजॉय का है ग्लोबल वार्मिंग से खास कनेक्शन, टूटने वाले है कई सालों के रिकॉर्ड

Biparjoy cyclone, Inkhabar। गुजरात के तटों की तरफ बढ़ रहा चक्रवात बिपरजॉय (Biparjoy cyclone) आज बेहद खतरनाक रूप ले चुका है। तूफान के शाम चार से रात आठ बजे के बीच कच्छ के जखाऊ में टकराने की आशंका है। मौसम विभाग ने बिपरजॉय (Biparjoy cyclone) तूफान से भारी तबाही होने की चेतावनी दी है। इसके […]

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Global Warming: बिपरजॉय का है ग्लोबल वार्मिंग से खास कनेक्शन, टूटने वाले है कई सालों के रिकॉर्ड

Vikas Rana

  • June 15, 2023 9:33 am Asia/KolkataIST, Updated 1 year ago

Biparjoy cyclone, Inkhabar। गुजरात के तटों की तरफ बढ़ रहा चक्रवात बिपरजॉय (Biparjoy cyclone) आज बेहद खतरनाक रूप ले चुका है। तूफान के शाम चार से रात आठ बजे के बीच कच्छ के जखाऊ में टकराने की आशंका है। मौसम विभाग ने बिपरजॉय (Biparjoy cyclone) तूफान से भारी तबाही होने की चेतावनी दी है। इसके अलावा तूफान के चलते कच्छ और सौराष्ट्र क्षेत्रों के लिए रेड अलर्ट भी जारी किया गया है।

इस बीच बिपरजॉय तूफान के आने का मुख्य कारण ग्लोबल वार्मिंग को बताया जा रहा है। आईआईटी मद्रास द्वारा की गई स्टडी के अनुसार ग्लोबल वार्मिंग के कारण चक्रवात अधिक ताकतवर हुए है। स्टडी में कहा गया है कि ग्लोबल वार्मिंग की वजह से अरब सागर के ऊपर चक्रवाती तूफान लगातार गंभीर होते जा रहे हैं।

स्टडी में क्या है ?

स्टडी में बताया गया है कि, जलवायु परिवर्तन के कारण ग्लोबल वार्मिंग का प्रभाव देखने को मिला। इसके कारण महासागर पहले से काफी ज्यादा गर्म हो गए हैं। अरब सागर भी लगभग 1.2 डिग्री सेल्सियस अधिक गर्म हो गया है।

इसके अलावा संयुक्त राष्ट्र की 2019 में जारी की गई रिपोर्ट में भी कहा गया है जलवायु परिवर्तन के कारण 1950 के दशक के बाद से हिंद महासागर में सबसे तेजी से समुद्री सतह गर्म हुई है। संयुक्त राष्ट्र अपनी रिपोर्ट में कह चुका है कि जलवायु परिवर्तन के युग में तूफान जैसी प्राकृतिक आपदाएं ना केवल बढ़ेगी बल्कि इससे बचना भी काफी ज्यादा मुश्किल हो जाएगा।

 जानिए कुछ आंकड़े

  • पिछले चार दशकों  अरब सागर में साइक्लोन के ड्यूरेशन में 80 फीसदी का इजाफा हुआ है।
  • अत्यधिक गंभीर चक्रवातों के ड्यूरेशन में 260 फीसदी का इजाफा देखा गया है।
  • ग्लोबल वॉर्मिंग की वजह से जलवायु परिवर्तन हो रहा है। इसके कारण महासागर पहले से ही अधिक गर्म हो गए हैं।
  •  समुद्र के ऊपर चक्रवाती तूफान जितने ज्यादा समय तक रहता है, ऊर्जा और नमी जमा होने की संभावना उतनी ही बढ़ती है। इससे तूफान के ज्यादा खतरनाक होने की आंशका भी बढ़ती है।

 2018 के बाद से भारत में आए खतरनाक तूफान

  • मोचा – 11 से 14 मई 2023 तक क्षेत्र – बंगाल की खाड़ी
  • सितरंग – 23 से 24 अक्टूबर 2022 तक, क्षेत्र – बंगाल की खाड़ी
  • जवाद – 30 नवंबर से 6 दिसंबर 2021, क्षेत्र – बंगाल की खाड़ी
  • हिक्का – 20 से 26 सितंबर 2019, क्षेत्र – अरब सागर

बता दें, मौसम विभाग ने बताया है कि बिपरजॉय अरब सागर में सबसे लंबे समय तक बने रहने वाला तूफान बनने की राह पर है। तूफान के शुरू हुए 8 दिन पूरे हो चुके हैं, और इसका अभी कई तटों से टकराना बाकी है। माना जा रहा है कि बिपरजॉय पिछले सालों में आए तूफानों के सारे रिकॉर्ड तोड़ सकता है। इससे पहले अरब सागर के ऊपर 2019 में अत्यंत गंभीर चक्रवात क्यार का जीवन काल 9 दिन और 15 घंटे था।

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