Bihar, Inkhabar। बिहार में एक और पुल भष्ट्राचार की भेट चढ़ गया। बता दें, 1500 करोड़ रुपए की लागत से किशनगंज जिले में मेची नदी पर बन रहा पुल धंसने लगा है। इस पुल का निर्माण गौरीचक में हो रहा है, जिसका एक पाया धंस गया है। ये पुल बिहार के अररिया जेल को बंगाल […]
Bihar, Inkhabar। बिहार में एक और पुल भष्ट्राचार की भेट चढ़ गया। बता दें, 1500 करोड़ रुपए की लागत से किशनगंज जिले में मेची नदी पर बन रहा पुल धंसने लगा है। इस पुल का निर्माण गौरीचक में हो रहा है, जिसका एक पाया धंस गया है। ये पुल बिहार के अररिया जेल को बंगाल के सिलीगुड़ी से जोड़ता है।
एक महीने के अंदर बड़े पुल के धंसने की दूसरी घटना से सरकारी महकमे में हड़कंप मच गया है। किशनगंज के बहादुरगंज से ठाकुरगंज के बीच नेशनल हाइवे – 327 ई पर चौड़ीकरण प्रोजेक्ट के तहत गौरीचक गांव के पास इस पुल को बनाया जा रहा है। पुल का निर्माण करा रही जीआर इंफ्रा कंपनी के साथ एनएचएआई के अधिकारियों को भी पुल के धसने के कारणों के बारे में कोई जानकारी नहीं मिल पा रही है। फिलहाल अधिकारी मौके पर पहुंच कर पुल के धंसने के कारणों की जांच में जुट गए हैं।
#WATCH | Pillar of an under-construction bridge on Mechi River which connects Katihar and Kishanganj districts in Bihar, caves in near Gori village on NH-327E. pic.twitter.com/VsYAP9xnl7
— ANI (@ANI) June 24, 2023
किशनगंज में पुल के धंस जाने से कई तरह की चर्चा शुरू हो गई है। इससे पहले बीते 4 जून को भी बिहार के सुल्तानगंज में गंगा नदी के अगुवानी घाट पर बन रहा पुल पूरी तरह से ध्वस्त हो गया था। इस पुल का निर्माण 1700 करोड़ रुपए की लागत से कराया जा रहा था। पुल का निर्माण एसपी सिंगला कंपनी कर रही थी। आईआईटी संस्थान की जांच रिपोर्ट के बाद उसे पूरा तोड़कर फिर से बनाने की घोषणा सरकार ने की है। पुल को फिर से बनाने का पूरा खर्च निर्माण कंपनी को करना पड़ेगा।