इंफाल। मणिपुर में हो रही हिंसा का असर राज्य की अर्थव्यवस्था पर भी पड़ रहा है। वित्त मंत्रालय द्वारा जारी किए गए आंकड़ों में इसका खुलासा हुआ है। वित्त मंत्रालय की रिपोर्ट के अनुसार मणिपुर इकलौता राज्य है जिसके जीएसटी कलेक्शन में गिरावट आई है। ₹1,65,105 crore gross #GST revenue collected for July 2023; records […]
इंफाल। मणिपुर में हो रही हिंसा का असर राज्य की अर्थव्यवस्था पर भी पड़ रहा है। वित्त मंत्रालय द्वारा जारी किए गए आंकड़ों में इसका खुलासा हुआ है। वित्त मंत्रालय की रिपोर्ट के अनुसार मणिपुर इकलौता राज्य है जिसके जीएसटी कलेक्शन में गिरावट आई है।
₹1,65,105 crore gross #GST revenue collected for July 2023; records 11% Year-on-Year growth
Gross #GST collection crosses ₹1.6 lakh crore mark for 5th time since inception of #GST
Revenues from domestic transactions (including import of services) are 15% higher Year-on-Year… pic.twitter.com/T7rxc15JPC
— Ministry of Finance (@FinMinIndia) August 1, 2023
वित्त मंत्रालय की रिपोर्ट के अनुसार जुलाई 2023 में मणिपुर में जीएसटी कलेक्शन घटकर 42 करोड़ रुपए पर आ गया है जो जुलाई 2022 के मुकाबले 7 फीसदी कम है। वहीं पिछले महीने जून 2023 के मुकाबले जीएसटी कलेक्शन में 30.61 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई है। जून 2023 में मणिपुर का जीएसटी कलेक्शन 60.37 करोड़ रुपए रहा था।
बता दें, मणिपुर के हाथ से बने कपड़े, औषधि वाले पौधे और खाद्य वस्तुओं की अंतरराष्ट्रीय बाजार में काफी ज्यादा मांग है। इसके अलावा मणिपुर अपने मोयरांगफी, लीरम, लेसिंगफी और फैनेक जैसे फैब्रिक को अमेरिका, यूरोप और सिंगापुर में निर्यात भी करता है। लेकिन मैतेई और कुकी समुदायों के बीच हो रही हिंसा के कारण राज्य के निर्यात में 80 फीसदी की गिरावट आई है। वहीं हिंसा के कारण बंद इंटरनेट से भी राज्य की अर्थव्यवस्था को काफी ज्यादा नुकसान हो रहा है।