बांग्लादेश की हुकूमत पाकिस्तान से करीबी बढ़ा रही है. इस बीच बांग्लादेशी सरकार ने पाकिस्तानी लोगों को बड़ा तोहफा दिया है. अब पाकिस्तान नागरिक बिना किसी सिक्योरिटी क्लीयरेंस के बांग्लादेश में प्रवेश कर पाएंगे.
नई दिल्ली: बांग्लादेश में शेख हसीना सरकार के तख्तापलट के बाद अल्पसंख्यक हिंदुओं पर हमले तेज हैं. इस बीच बांग्लादेश की अंतरिम सरकार ने भारत को अपना दुश्मन समझना शुरू कर दिया है. बांग्लादेश की सरकार में बैठे लोग लगातार ऐसे बयान दे रहे हैं, जिससे साफ पता चल रहा है कि वो भारत से अब पहले जैसे रिश्ते नहीं रखना चाहते हैं. इस बीच बांग्लादेश ने अपने कट्टर दुश्मन पाकिस्तान से नजदीकी बढ़ाना शुरू कर दिया है.
बांग्लादेश की हुकूमत पाकिस्तान से करीबी बढ़ा रही है. इस बीच बांग्लादेशी सरकार ने पाकिस्तानी लोगों को बड़ा तोहफा दिया है. अब पाकिस्तान नागरिक बिना किसी सिक्योरिटी क्लीयरेंस के बांग्लादेश में प्रवेश कर पाएंगे. बांग्लादेश की अंतरिम सरकार ने पाकिस्तान नागरिकों के लिए वीजा अप्लाई करने से पहले सिक्योरिटी क्लीयरेंस की शर्त को समाप्त कर दिया है.
वहीं, बांग्लादेश की सरकार ने भारतीय नागरिकों को वीजा देने में कटौती करना शुरू कर दिया है. इसे लेकर बांग्लादेश की सरकार ने कोलकाता मिशन को नया आदेश भी भेजा है. बांग्लादेश की अंतरिम सरकार के रवैये से साफ जाहिर है कि वह पाकिस्तान के ज्यादा करीब रखना चाहती है और अपने पुराने दोस्त भारत से दुश्मनी भरा रिश्ता रखना चाहती है.
बता दें कि बांग्लादेश में अल्पसंख्यक हिंदू समुदाय पर हमले जारी हैं. इस बीच भारत में मांग उठ रही है कि सरकार बांग्लादेश में सेना भेजकर वहां के हिंदुओं की सुरक्षा सुनिश्चित कराए. पिछले दिनों पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से बांग्लादेश मामले में सीधा दखल देने की अपील की थी.
ममता ने पश्चिम बंगाल विधानसभा को संबोधित करते हुए कहा कि बांग्लादेश में हमारे परिवार के लोग रहते हैं, वहां पर हमारे करीबी लोगों की संपत्तियां हैं. मुख्यमंत्री ममता ने कहा कि बांग्लादेश में हिंदुओं की रक्षा करने के लिए भारत सरकार जो भी रुख अपनाएगी, हम उसके साथ हैं. ममता ने कहा कि धार्मिक आधार पर अत्याचार कहीं भी हो, हम उसके हमेशा खिलाफ रहते हैं.