अयोध्या: 22 जनवरी को अयोध्या के राम मंदिर में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के बाद कल (23 जनवरी) को रामलला के दर्शन का पहला दिन था. इस दौरान रामलला की एक झलक पाने के लिए भक्तों का जनसैलाब उमड़ पड़ा. लोगों के हुजूम को संभालने में अयोध्या प्रशासन पूरी तरह से विफल नजर आया. जिसके बाद […]
अयोध्या: 22 जनवरी को अयोध्या के राम मंदिर में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के बाद कल (23 जनवरी) को रामलला के दर्शन का पहला दिन था. इस दौरान रामलला की एक झलक पाने के लिए भक्तों का जनसैलाब उमड़ पड़ा. लोगों के हुजूम को संभालने में अयोध्या प्रशासन पूरी तरह से विफल नजर आया. जिसके बाद मोर्चा संभालने के लिए शाम करीब 4 बजे सीएम योगी आदित्यनाथ हेलिकॉप्टर से लखनऊ से अयोध्या पहुंचे. उन्होंने भीड़ का जायजा लिया और फिर पब्लिक एड्रेस सिस्टम से रामभक्तों से अपील की कि वे दर्शन करने के लिए हड़बड़ाएं नहीं. भीड़ नॉर्मल होने के बाद ही अयोध्या आएं.
राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के सदस्य अनिल मिश्रा ने बताया कि 23 जनवरी को 5 लाख से अधिक भक्तों ने रामलला के दर्शन किए. इस दौरान राम मंदिर को 3 करोड़ 17 लाख रुपये का दान मिला. बता दें कि कल प्रमुख सचिव गृह संजय प्रसाद और स्पेशल डीजी प्रशांत कुमार व्यवस्था को संभालने के लिए कई घंटे तक मंदिर के गर्भगृह में मौजूद रहे. इस दौरान उन्होंने श्रद्धालुओं से अपील की कि वे 10-15 दिन बाद आएं और आसानी से रामलला के दर्शन करें. मंदिर में दर्शन कराने के लिए 8 हजार पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया.
बता दें कि राम मंदिर परिसर के यात्री सुविधा केंद्र में अभी चेकिंग काउंटर्स नहीं बन पाए हैं. जिसकी वजह से छोटे-छोटे स्पॉट बनाकर पुलिस लोगों के सामानों को चेक कर रही है. अभी ज्यादातर लोगों के लाए बैग चैक कर लिए जा रहे हैं. हालांकि उन्होंने कपड़े के अंदर क्या रखा है, इसकी अभी बारीक निगरानी नहीं हो पा रही है. इसी वजह से लोग फोन लेकर मंदिर के अंदर जा रहे हैं और सेल्फी ले रहे हैं. जिससे मंदिर में लोगों की भीड़ ज्यादा वक्त तक ठहर रही है और फिर पैनिक हो रहा है.
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