Pakistan Blast: पाकिस्तान के पेशावर शहर में शुक्रवार को एक दिल दहला देने वाला हादसा हुआ. जब जुमे की नमाज के दौरान किस्साखानी बाजार की जामा मस्जिद में भीषण धमाका हुआ. इस हमले में कई लोगों के मारे जाने की खबर है. जबकि दर्जनों घायल बताए जा रहे हैं. धमाके के समय मस्जिद में बड़ी संख्या में नमाज़ी मौजूद थे, जो इस त्रासदी को और भी भयावह बनाता है. स्थानीय प्रशासन और सुरक्षा बलों ने तुरंत कार्रवाई शुरू की इलाके को सील कर दिया गया और राहत-बचाव कार्य तेजी से चलाया जा रहा है.
धमाके का मंजर
धमाका इतना शक्तिशाली था कि मस्जिद की इमारत को भारी नुकसान पहुंचा. धमाके के बाद मस्जिद में अफरा-तफरी मच गई और लोग अपनी जान बचाने के लिए इधर-उधर भागने लगे. घायलों को तुरंत नजदीकी अस्पतालों में पहुंचाया गया. जहां कई की हालत गंभीर बताई जा रही है. पुलिस मलबे में फंसे लोगों को निकालने की कोशिश में जुटे हैं. अभी तक किसी आतंकी संगठन ने इस हमले की जिम्मेदारी नहीं ली है. लेकिन जांच एजेंसियां इसे आतंकवादी हमले के तौर पर देख रही हैं.
पेशावर का इतिहास और आतंकवाद की छाया
पेशावर जो खैबर पख्तूनख्वा प्रांत की राजधानी है. पहले भी कई बार आतंकी हमलों का शिकार बन चुका है. यह शहर अफगानिस्तान की सीमा के करीब होने के कारण आतंकवादी गतिविधियों का केंद्र रहा है. तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (TTP), लश्कर-ए-इस्लाम और इस्लामिक स्टेट-खोरासन (IS-K) जैसे संगठन अतीत में यहां हमलों को अंजाम दे चुके हैं. इस नवीनतम हमले ने एक बार फिर इस क्षेत्र में सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं.
पाकिस्तान में बढ़ता आतंकवाद
पाकिस्तान में आतंकवादी घटनाओं में हाल के महीनों में तेजी देखी गई है. इस्लामाबाद स्थित पाक इंस्टीट्यूट फॉर पीस स्टडीज़ (PIPS) की हालिया रिपोर्ट के मुताबिक फरवरी में देश भर में 54 आतंकी हमले हुए. जिनमें 121 लोगों की जान गई और 103 घायल हुए. इनमें से बलूचिस्तान सबसे अधिक प्रभावित रहा. जहां 23 हमलों में 75 लोगों की मौत हुई. बलूचिस्तान लिबरेशन आर्मी (BLA) और अन्य उग्रवादी समूहों ने इन हमलों को अंजाम दिया. वहीं खैबर पख्तूनख्वा में 30 हमलों में 45 लोगों की मौत और 58 लोगों के घायल होने की खबर है.
जाफर एक्सप्रेस ट्रेन को भी बनाया था निशाना
रिपोर्ट बताती है कि बलूचिस्तान में आतंकवाद अब एक बड़े खतरे के रूप में उभर रहा है. फरवरी में हुए 62 प्रतिशत मौतें इसी प्रांत में दर्ज की गईं. हाल ही में बलूचिस्तान में जाफर एक्सप्रेस ट्रेन को निशाना बनाने की घटना ने भी सुर्खियां बटोरीं. जिससे यह साफ हो गया कि यह इलाका आतंकियों का नया अड्डा बनता जा रहा है. सरकार का दावा है कि इन हमलों के पीछे TTP और हाफिज गुल बहादुर ग्रुप जैसे संगठन हैं. जो अफगानिस्तान से संचालित हो रहे हैं.
यह भी पढे़ं- 2 साल 8 महीने बाद मुख्तार अंसारी के विधायक बेटे अब्बास अंसारी जेल से रिहा, सुप्रीम कोर्ट की जमानत ने खोला रास्ता