स्थानीय लोगों का कहना है कि विकास प्राधिकरण ने बिना कोई नोटिस दिए इन घरों-दुकानों को ढहाया है. कश्मीरी पंडितों का कहना है कि अब हम 90 के दशक में फिर से आ गए हैं. लोगों ने इन कार्रवाई के खिलाफ विरोध-प्रदर्शन करना शुरू कर दिया है.
श्रीनगर/नई दिल्ली: जम्मू-कश्मीर में कश्मीरी पंडितों के घरों और दुकानों पर बुलडोजर की कार्रवाई हुई है. बताया जा रहा है कि जम्मू-शहर में मुठी कैंप के पास कश्मीरी पंडितों की दुकानों और मकानों को बुलडोजर के जरिए ढहाया गया है. जम्मू विकास प्राधिकरण (JDA) ने यह कार्रवाई की है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक करीब तीन दशक पहले कश्मीर से विस्थापित होकर यहां आए पंडितों ने इन दुकानों को बनवाया था.
स्थानीय लोगों का कहना है कि विकास प्राधिकरण ने बिना कोई नोटिस दिए इन घरों-दुकानों को ढहाया है. कश्मीरी पंडितों का कहना है कि अब हम 90 के दशक में फिर से आ गए हैं. लोगों ने इन कार्रवाई के खिलाफ विरोध-प्रदर्शन करना शुरू कर दिया है. उनकी मांग है कि जम्मू विकास प्राधिकरण (JDA) के अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. वहीं जेडीए का कहना है कि ये दुकानें और मकान हमारी जमीनों पर बने थे.
जिले के वरिष्ठ अधिकारियों ने प्रभावित परिवारों से मुलाकात की है. घटनास्थल का दौरा करने के बाद उन्होंने कहा कि जेडीए जल्द ही मुठी कैंप फेज-2 में एक शॉपिंग कॉम्प्लेक्स बनवाएगा. इस कॉम्प्लेक्स में जो दुकानें बनेंगी वो इन प्रभावित परिवारों को दी जाएगी. हालांकि अधिकारियों के आश्वासन के बाद भी लोगों अपना विरोध-प्रदर्शन खत्म नहीं कर रहे हैं. उनका कहना है कि बुलडोजर एक्शन के पीछे जिन अधिकारियों का हाथ है, उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए.
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