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अतीक अहमद के भाई अशरफ ने बरेली जेल में बनाई थी उमेश पाल को मारने की योजना

लखनऊ। बसपा विधायक राजू पाल हत्याकांड के मुख्य गवाह उमेश पाल और गनर की हत्या के मामले में रोज नए खुलासे हो रहे है। अब बताया जा रहा है कि साबरमती जेल में बंद अतीक अहमद के कहने पर बरेली जेल में उमेश पाल की हत्या की साजिश रची गई थी। इस जेल में अतीक […]

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अतीक अहमद के भाई अशरफ ने बरेली जेल में बनाई थी उमेश पाल को मारने की योजना
  • February 28, 2023 9:20 am Asia/KolkataIST, Updated 2 years ago

लखनऊ। बसपा विधायक राजू पाल हत्याकांड के मुख्य गवाह उमेश पाल और गनर की हत्या के मामले में रोज नए खुलासे हो रहे है। अब बताया जा रहा है कि साबरमती जेल में बंद अतीक अहमद के कहने पर बरेली जेल में उमेश पाल की हत्या की साजिश रची गई थी। इस जेल में अतीक अहमद का भाई अशरफ अहमद बंद है। बरेली जेल में अशरफ से मिलने के बाद शूटरों का नाम और उमेश को मारने की सारी योजना बनाई गई थी।

वकील सदाकत का बयान

बता दें, पुलिस ने हत्याकांड को लेकर सदाकत को भी गिरफ्तार किया था। वकील सदाकत के हॉस्टल रूम में ही अशरफ द्वारा चुने गए शूटरों की मीटिंग हुई थी। पुलिस की पूछताछ में सदाकत ने बताया कि साबरमती जेल में बंद अतीक ने उमेश पाल की हत्या की साजिश रची थी। उसके कहने पर ही दो लोग बरेली जेल में बंद अशरफ से मिलने पहुंचे थे। जहां हत्या की पूरी योजना बनाई गई।

एसटीएफ ने मांगा ब्यौरा

जिसके बाद यूपी एसटीएफ ने बरेली जेल में अशरफ से मिलने वालों का ब्यौरा मांगा है।  इसके अलावा बरेली जेल में डीएम और एसएसपी ने भी छापा मारा था। बता दें, इस जेल में अतीक अहमद भी पहले बंद रह चुका है। जिसके चलते डीएम एसएसपी ने अशरफ समेत सभी बैरक की तलाशी ली और अशरफ से मिलने वालों की जांच के आदेश दिए।

जानकारी मिलने के बाद बरेली जेल में बंद अतीक अहमद के भाई अशरफ को जिस बैरक में रखा गया है, उसकी सुरक्षा बढ़ा दी गई है। इसके अलावा अशरफ की सुरक्षा में तैनात स्टाफ को भी बदल दिया गया है। वही बरेली जेल प्रशासन ने बैरक से निकलने पर भी प्रतिबंध लगा दिया है। एसटीएफ ने भी अपनी कुछ टीमें निगरानी में लगाई है जो ऐसे लोगों की पड़ताल करेगी, जो अशरफ के संपर्क में रहे हैं या मुलाकात करने आते रहे हैं।

क्या है पूरा मामला

बता दें, प्रयागराज में शुक्रवार को उमेश और उसके गनर की हत्या कर दी गई थी। उमेश पाल बसपा विधायक राजू पाल हत्याकांड मामलें में मुख्य गवाह था। उमेश के गाड़ी से उतरते ही बदमाशों ने दोनों पर फायरिंग कर दी थी। जिसमें उमेश और उसके गनर की मौत हो गई थी। बदमाशों ने इस हत्याकांड को 44 सेकेंड में अंजाम दिया था।

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