लखनऊ। उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में Atiq और उसके भाई अशरफ अहमद की पुलिस की मौजूदगी में 15 अप्रैल को 3 युवकों ने हत्या कर दी। इसके बाद से यूपी पुलिस पर कई सवाल उठ रहे हैं। इनमें एक सवाल ये भी है कि आखिर पुलिस ने हत्यारों पर गोली क्यों नहीं चलाई। इसकी जानकारी […]
लखनऊ। उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में Atiq और उसके भाई अशरफ अहमद की पुलिस की मौजूदगी में 15 अप्रैल को 3 युवकों ने हत्या कर दी। इसके बाद से यूपी पुलिस पर कई सवाल उठ रहे हैं। इनमें एक सवाल ये भी है कि आखिर पुलिस ने हत्यारों पर गोली क्यों नहीं चलाई। इसकी जानकारी आप को देते हैं –
बता दें, हमलावरों पर पुलिस द्वारा किसी तरह की कार्रवाई ना किए जाने पर जब एक पुलिसकर्मी से सवाल किया तो उसका कहना था कि हमले के दौरान हमें कुछ करने का समय ही नहीं मिला उनका कहना था कि ये सारी घटना 20 से 25 सेकंड के भीतर हो गई थी। जब तक समझ पाते कि क्या हुआ है तब तक फायरिंग हो चुकी थी। हालांकि गोलीबारी रुकते ही तीनों को गिरफ्तार कर लिया गया था।
वहीं मामले पर उत्तर प्रदेश के डीजीपी एके जैन ने भी बताया कि, इस घटना में सबकुछ इतना जल्दी हो गया कि पुलिस को समय ही नहीं मिल पाया। पुलिस फैसला नहीं कर पाई कि उन्हें क्या करना है। इसके अलावा एक अन्य आईपीएस अधिकारी ने कहा कि अगर पुलिस तीनों हत्यारों पर गोली चला देती तो हत्याओं के पीछे की साजिश का पता नहीं चल पाता। पुलिस के पास इसके अलावा कोई अन्य रास्ता नहीं था।
बता दें, अतीक और अशरफ की हत्या 15 अप्रैल को कर दी गई थी। इस दौरान मीडियाकर्मी बनकर पहुंचे तीन युवकों ने अतीक और अशरफ अहमद पर अचानक गोलीबारी कर दी थी। बता दें, पुलिस द्वारा प्रयागराज के कॉल्विन हॉस्पिटल से पुलिस दोनों का रुटीन हेल्थ चेकअप कराने जा रही थी। इसी दौरान ये हादसा हुआ था। इनमें से एक युवक ने अतीक की बाई कनपटी में गोली मारी थी, जबकि दूसरे व्यक्ति ने अशरफ को गोली मारी थी। केवल 22 सेकंड तक हुई इस गोलीबारी में दोनों का खेल खत्म हो चुका था।