Amritpal singh Arrest: अमृतपाल सिंह को डिब्रूगढ़ लेकर पहुंची पंजाब पुलिस

चंडीगढ़। खालिस्तानी समर्थक अमृतपाल सिंह ने पंजाब पुलिस के सामने सरेंडर कर दिया है। बता दें, पूरे 36 दिन बाद खालिस्तानी समर्थक अमृतपाल ने पंजाब की मोगा पुलिस के सामने आज सरेंडर किया है। अमृतपाल सिंह को मोगा जिले के रोडे गांव से गिरफ्तार किया गया है। इस बीच पंजाब पुलिस अमृतपाल को सिंह को […]

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Amritpal singh Arrest: अमृतपाल सिंह को डिब्रूगढ़ लेकर पहुंची पंजाब पुलिस

Vikas Rana

  • April 23, 2023 3:56 pm Asia/KolkataIST, Updated 2 years ago
चंडीगढ़। खालिस्तानी समर्थक अमृतपाल सिंह ने पंजाब पुलिस के सामने सरेंडर कर दिया है। बता दें, पूरे 36 दिन बाद खालिस्तानी समर्थक अमृतपाल ने पंजाब की मोगा पुलिस के सामने आज सरेंडर किया है। अमृतपाल सिंह को मोगा जिले के रोडे गांव से गिरफ्तार किया गया है। इस बीच पंजाब पुलिस अमृतपाल को सिंह को लेकर असम पहुंच चुकी है। कुछ समय पहले ही डिब्रूगढ़ में स्पेश विमान लैंड हुआ है। बताया जा रहा है, डिब्रगूढ़ जेल में पंजाब पुलिस के अलावा IB और NIA अमृतपाल से पूछताछ कर सकती है। बता दें, पंजाब पुलिस ने पहले ही अमृतपाल सिंह के खिलाफ सख्त राष्ट्रीय सुरक्षा कानून लगा चुकी है।

पंजाब के लोगों का धन्यवाद – सीएम

अमृतपाल की गिरफ्तारी को लेकर पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने कहा कि कुछ लोग पंजाब का लॉ एंड ऑर्डर की स्थिति खराब करने की कोशिश कर रहे थे, हमने उनके खिलाफ एक्शन लिया है। हम चाहते तो जिस दिन ये घटना हुई थी, उसी दिन भी पकड़ सकते थे, लेकिन हम नहीं चाहते थे कि राज्य में कोई खून खराबा या गोलीबारी हो।

पंजाब सीएम ने कहा कि हम 18 मार्च से अमृतपाल को ढूंढ़ रहे थे। पुलिस ने बड़ी संयम के साथ काम किया और सूचना मिलते ही एक्शन लिया गया है। अमृतपाल 36 दिन से फरार था, इस दौरान पंजाब में अमन- शांति कायम रही। हम एजेंडा पॉलिटिक्स नहीं करते हैं। पंजाब के भाईचारे पर हम आंच नहीं आने देंगे। इस दौरान सीएम ने कहा कि पंजाब के लोगों ने काले दिन देखे हैं, अब वैसी स्थिति नहीं होगी। अब पंजाब देश को लीड करेगा।

18 मार्च को हुआ था फरार

अमृतपाल सिंह के खिलाफ सबसे पहले कार्रवाई 18 मार्च को मोगा के सीमावर्ती इलाके कमालके पर हुई थी। जहां से वह फरार हो गया था। जिसके बाद वह लगातार अपने ठिकाने बदल रहा था। अमृतपाल को ढूंढने में पंजाब पुलिस के 80 हजार जवानों के अलावा तमाम अधिकारी, काउंटर इंटेलिजेंस और खुफिया एजेंसी के अधिकारी बुरी तरह से विफल हुई। उसकी तलाश नौ से ज्यादा राज्यों में की गई।
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