नई दिल्ली। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने शहरों के लगातार बदलते जा रहे नामों पर बयान दिया है। उन्होंने समाचार एजेंसी ANI को दिए एक इंटरव्यू में कहा है कि, हम मुगलों के योगदान को नहीं हटाना चाहते हैं, ना ही किसी के योगदान को हटाना चाहते हैं, लेकिन इस देश की परंपरा को […]
नई दिल्ली। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने शहरों के लगातार बदलते जा रहे नामों पर बयान दिया है। उन्होंने समाचार एजेंसी ANI को दिए एक इंटरव्यू में कहा है कि, हम मुगलों के योगदान को नहीं हटाना चाहते हैं, ना ही किसी के योगदान को हटाना चाहते हैं, लेकिन इस देश की परंपरा को अगर कोई स्थापित करना चाहते हैं तो इसमें कोई परेशानी नहीं होनी चाहिए। नाम बदलने का फैसला हमारी सरकारों ने काफी सोच समझकर किया है।
वहीं अमित शाह ने अडानी हिंडनबर्ग रिपोर्ट को लेकर कहा कि, इस मामले पर कोई टिप्पणी करना ठीक नहीं होगा, क्योंकि अभी मामला सुप्रीम कोर्ट में है। लेकिन मुझे इतना जरूर कहना है कि इसमें भाजपा के लिए छिपाने जैसी कोई बात नहीं है और न ही पार्टी को डरने की जरूरत है।
बता दें कि हिंडनबर्ग की रिपोर्ट सामने आने के बाद से ही राहुल गांधी समेत विपक्षी पार्टियों के नेता बीजेपी पर अडानी का बचाव करने का आरोप लगा रहे हैं। विपक्षी दलों ने इसे लेकर संसद से सड़क तक विरोध-प्रदर्शन किया है।
केंद्र सरकार विपक्ष के लोगों के खिलाफ जांच एजेंसियों का इस्तेमाल कर रही है, इन आरोपों पर केंद्रीय गृह मंत्री ने कहा कि वे सब कोर्ट क्यों नहीं जाते हैं? जब पेगासस का मामला उठाया गया था तो मैंने कहा था कि सबूत हो तो कोर्ट जाओ, लेकिन उन्होंने ऐसा नहीं किया।
अमित शाह ने अगले साल होने वाले आम चुनाव को लेकर कहा कि 2024 के लोकसभा चुनावों में बीजेपी का कोई मुकाबला नहीं है। प्रधानमंत्री मोदी को देश की जनता का पूरा समर्थन है। देश एकतरफा पीएम मोदी के साथ आगे बढ़ रहा है। अब फैसला देश की जनता को करना है। उन्होंने आगे कहा कि अभी तो लोकसभा में जनता ने विपक्षी पार्टी का दर्जा भी किसी नहीं दिया है।
‘बीजेपी के पास छिपाने के लिए कुछ नहीं’- अडानी मामले पर पहली बार बोले अमित शाह