नई दिल्ली। जम्मू कश्मीर के पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने हाल के दिनों में मीडिया संस्थान को दिए इंटरव्यू में कई बड़े खुलासे किए थे। सत्यपाल मलिक ने पुलवामा हमले में केंद्र सरकार पर लापरवाही करने के अलावा भष्ट्राचार जैसे मुद्दों पर सरकार को घेरा था। अब सत्यापल मलिक द्वारा लगाए गए आरोपों पर अमित […]
नई दिल्ली। जम्मू कश्मीर के पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने हाल के दिनों में मीडिया संस्थान को दिए इंटरव्यू में कई बड़े खुलासे किए थे। सत्यपाल मलिक ने पुलवामा हमले में केंद्र सरकार पर लापरवाही करने के अलावा भष्ट्राचार जैसे मुद्दों पर सरकार को घेरा था। अब सत्यापल मलिक द्वारा लगाए गए आरोपों पर अमित शाह ने पलटवार किया है –
मामले को लेकर अमित शाह ने कहा कि आखिर कुछ लोगों की अंतरआत्मा की आवाज तब क्यों नहीं सुनाई देती, जब वे सत्ता पर होते हैं। उन्होंने ये भी कहा कि सत्यपाल मलिक को गर्वनर रहते हुए ये सारे आरोप लगाने चाहिए थे। वहीं जब अमित शाह से पूछा गया कि सत्यपाल मलिक को गवर्नर बनाकर उन्होंने कोई गलती तो नहीं की थी तो उन्होंने कहा कि, जब राजनाथ सिंह राष्ट्रीय अध्यक्ष थे, उस समय सत्यपाल मलिक राष्ट्रीय उपाध्यक्ष थे। वे लंबे समय से पार्टी के साथ जुड़े हुए थे। जब मैं पार्टी का अध्यक्ष था, उस समय भी वो हमारी टीम में थे। उन्होंने कहा कि राजनीती में ऐसा होता रहता है। अगर किसी कारण से किसी व्यक्ति का मन बदल जाए तो इसमें हम क्या ही कर सकते हैं।
अमित शाह ने कहां कि मैं देश की जनता को इतना जरूर बताना चाहूंगा कि भारतीय जनता पार्टी की सरकार ने ऐसा कुछ नहीं किया है, जिसे उसे छिपाना पड़े। अगर कोई व्यक्ति राजनीतिक स्वार्थ के लिए हमसे अलग होकर कुछ कहता है तो इसका मूल्यांकन मीडिया के साथ ही जनता को भी करना चाहिए। उन्होंने कहा कि जह आप किसी पद पर नहीं होते हैं तब आरोप की वैल्यू और वैल्यूएशन, दोनों गिरते हैं।